महाकुंभ पर विस्तृत, शोधपरक साहित्य रामायण रिसर्च काउंसिल ने किया तैयार
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- Dec 30, 2025
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (हि.स.)। संस्था रामायण रिसर्च काउंसिल ने महाकुंभ पर अब तक का सबसे विस्तृत, शोधपरक एवं आकर्षक साहित्य तैयार किया है। ‘महाकुंभ का महामंथन’ शीर्षक से प्रकाशित इस ग्रंथ की कवर फोटो काउंसिल द्वारा जारी की गई। काउंसिल ने बताया कि इस ग्रंथ की पहली प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट की जाएगी।
काउंसिल के सचिव पितांबर मिश्र ने बताया कि इस साहित्य का उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों के लिए महाकुंभ से जुड़ी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जानकारियों को संरक्षित करना है, ताकि भविष्य में इस विषय पर शोध, संदर्भ और अध्ययन किया जा सके। उन्होंने कहा कि महाकुंभ, अखाड़ों की परंपरा और स्नान के आध्यात्मिक महत्व से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां इसमें शामिल की गई हैं। इस ग्रंथ की संकल्पना 11 वर्षीय बाल-व्यास वैदेहीनंदन पंडित वेदांत द्वारा प्रस्तुत की गई थी।
मिश्र के अनुसार, इस प्रकाशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं संघ के क्षेत्रीय संघचालक (उत्तर क्षेत्र) पवन जिंदल सहित उत्तर प्रदेश सरकार के कई विभागों के तत्कालीन प्रमुख सचिवों और अधिकारियों के विचार भी सम्मिलित हैं।
काउंसिल के राष्ट्रीय युवा संयोजक एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट जयराम विप्लव ने बताया कि इस साहित्य में महाकुंभ की तैयारियों, आयोजन, क्रियान्वयन और इसके वैश्विक संदेश को क्रमबद्ध ढंग से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने दावा किया कि महाकुंभ पर इस स्तर का आकर्षक और व्यापक दस्तावेज इससे पहले उपलब्ध नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ से संबंधित समस्त सामग्री के डिजिटल प्रसार के लिए www.mahakumbhinfo.com वेबसाइट तैयार की गई है, जहां इसे शीघ्र ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा।
काउंसिल के ट्रस्टी देव रत्न शर्मा ने बताया कि ‘महाकुंभ का महामंथन’ को अंग्रेजी भाषा में भी प्रकाशित किया गया है, ताकि सनातन परंपरा से जुड़े इस ऐतिहासिक आयोजन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया जा सके। उन्होंने कहा कि काउंसिल ऐसे साहित्य को विश्व के प्रमुख पुस्तकालयों में संरक्षित कराने का भी प्रयास करती है।
ट्रस्टी अंबर अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2025 में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान सेक्टर-23 में प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा काउंसिल को स्थान आवंटित किया गया था। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ को जनमानस में सदैव जीवंत रखने के उद्देश्य से इस आकर्षक कॉफी टेबल बुक का प्रकाशन किया गया है।
काउंसिल के सचिव पितांबर मिश्र ने बताया कि भविष्य में नासिक, हरिद्वार और उज्जैन में आयोजित होने वाले कुंभ मेलों पर भी इसी प्रकार के शोधपरक दस्तावेज तैयार किए जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी



