शिमला में चिट्टे का जाल, वर्ष 2025 में 2.21 किलोग्राम चिट्टा बरामद, 27 युवतियों सहित 593 गिरफ्तार
- Admin Admin
- Dec 31, 2025
शिमला, 31 दिसंबर (हि.स.)। वर्ष 2025 में शिमला जिला नशे के खिलाफ चल रही लड़ाई का बड़ा केंद्र बनकर सामने आया है। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पूरे साल जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 272 मामले दर्ज किए गए। इनमें 593 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों में 566 पुरुष और 27 युवतियां-महिलाएं शामिल हैं। यह आंकड़े न केवल नशे की गंभीर स्थिति को दिखाते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि शिमला जिला प्रदेश में चिट्टा और हेरोइन के मामलों में सबसे आगे रहा है।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2025 में जिले में चिट्टा और हेरोइन से जुड़े सबसे ज्यादा मामले सामने आए और इन्हीं मामलों में सबसे अधिक लोगों की गिरफ्तारी भी शिमला में हुई। इस दौरान कुल 2 किलोग्राम 21 ग्राम 586 मिलीग्राम चिट्टा बरामद किया गया। केवल चिट्टा से जुड़े मामलों की संख्या 176 रही, जो कुल दर्ज मामलों का बड़ा हिस्सा है। नशे के बढ़ते नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस ने केवल गिरफ्तारी तक खुद को सीमित नहीं रखा बल्कि बड़े तस्करों और आदतन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की। इसी क्रम में
एनडीपीएस एक्ट के तहत 35 प्रस्ताव प्रिवेंटिव डिटेंशन के लिए तैयार कर गृह विभाग को भेजे गए ताकि नशे के कारोबार में लगातार शामिल लोगों को लंबे समय तक समाज से अलग रखा जा सके।
शिमला पुलिस का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से नशे के नेटवर्क पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है।
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने नशे के खिलाफ पुलिस की सख्त नीति को दोहराते हुए कहा कि जिला पुलिस की प्राथमिकता युवाओं को नशे से बचाना और नशे के सौदागरों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना है। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बनता जा रहा है और शिमला पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।
एसएसपी संजीव गांधी के अनुसार वर्ष 2025 में की गई कार्रवाइयों में गुप्त सूचनाओं पर त्वरित छापेमारी, लगातार नाकाबंदी, स्कूल-कॉलेजों के आसपास विशेष निगरानी और नशा तस्करों की संपत्तियों पर नजर जैसी रणनीतियां अपनाई गईं।
उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि नशे के खिलाफ इस लड़ाई में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
एसएसपी ने साफ कहा कि आने वाले समय में भी नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ औरशिमला में नशे पर पुलिस की सख्ती, पूरा साल 272 मामले दर्ज, 27 महिलाओं सहित 593 गिरफ्तार, कार्रवाई की जाएगी जिससे शिमला को नशामुक्त और सुरक्षित जिला बनाया जा सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा



