जोधपुर, 31 दिसम्बर (हि.स.)। देशभर में नए साल 2026 की शुभकामनाओं का सिलसिला शुरू हो चुका है। लोग फोन कॉल। व्हाट्सएप। इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक-दूसरे को बधाई संदेश भेज रहे हैं। लेकिन इसी खुशी के माहौल का फायदा उठाकर साइबर ठग भी बेहद सक्रिय हो गए हैं। वे बधाई के नाम पर खतरनाक लिंक और एपीके फाइल भेजकर लोगों के फोन हैक कर रहे हैं। इस गंभीर खतरे को देखते हुए पुलिस ने आमजन से सतर्क रहने की अपील की है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नए साल के दौरान साइबर अपराधी आकर्षक संदेश भेजते हैं। जैसे नए साल के वॉलपेपर डाउनलोड करें या अपना स्पेशल न्यू ईयर गिफ्ट देखें। इन संदेशों में अक्सर एपीके फाइल छिपी होती है। जैसे ही कोई यूजर इसे डाउनलोड या इंस्टॉल करता है। ठग उसके फोन का पूरा कंट्रोल हासिल कर लेते हैं। इसके जरिए बैंक अकाउंट डिटेल्स, यूपीए पिन, पासवर्ड और निजी फोटो तक चोरी कर लिए जाते हैं। कई मामलों में इस तरीके से लाखों रुपये की ठगी के मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस के अनुसार ठग अक्सर अनजान नंबरों का उपयोग करते हैं। वे नए साल के खास मौके पर केवाईसी अपडेट करने। वॉलेट कैशबैक या लकी ड्रा जीतने जैसे झूठे लालच भी देते हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अनजान नंबर से आई किसी भी फाइल को न खोलें। संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से आपके फोन का संवेदनशील डेटा लीक हो सकता है और आपका अकाउंट पलक झपकते ही खाली हो सकता है।
राजस्थान पुलिस ने आम जनता के लिए अपने इंस्टाग्राम पर साइबर ठगों के इस जाल से बचने की सलाह दी है। उन्होंने शेयर पोस्ट में बताया है कि साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए न्यू ईयर गिफ्ट के नाम से संदेश भेजे का ऐसा प्यारा जाल बनाया है जिससे आप बिना फंसे रह नहीं पाएंगे। वे नए साल के संदेशों को लेकर व्हाट्सएप पर एपीके फाइल्स भेज रहे हैं,जैसे ही कोई यूजर इन फाइल्स को अपने मोबाइल में डाउनलोड या इंस्टॉल करता है, उसके फोन में एक मैलवेयर (वायरस) चला जाता जाता है, जो उन्हें आपकी सारी निजी जानकारी, कॉन्टैक्ट्स और बैंकिंग आदि जानकारी मीलों दूर बैठे हैकर्स तक पहुंचा देती है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश



