रानीगंज में फैक्ट्ररियों के प्रदूषित और जहरीली गैस के खिलाफ प्रदर्शन
- Admin Admin
- Dec 30, 2025
आसनसोल, 30 दिसंबर (हि. स.)।
प्रकृति, पर्यावरण और जनस्वास्थ्य की रक्षा को लेकर रानीगंज के बोक्तार नगर क्षेत्र में एक बार फिर जनआक्रोश खुलकर सामने आया। मंगलवार को रानीगंज–बोक्तार नगर बचाओ समिति के नेतृत्व में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों ने एक निजी औद्योगिक इकाई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उसके मुख्य द्वार को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि फैक्ट्री से निकलने वाला जहरीला काला धुआं और अनियंत्रित प्रदूषण क्षेत्रवासियों के जीवन पर सीधा खतरा बन चुका है। ग्रामीणों ने श्री सत्य स्पंज एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्षों से फैक्ट्री का प्रदूषण बोक्तार नगर गांव को बीमारियों की गिरफ्त में धकेल रहा है। हवा में घुलते धुएं और राख के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सांस संबंधी रोग, त्वचा रोग, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
कई परिवारों का कहना है कि अब गांव में स्वच्छ हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। समिति के सदस्यों ने बताया कि 16 अक्टूबर 2025 को फैक्ट्री प्रबंधन ने लिखित आश्वासन दिया था कि काले धुएं और प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाएगा। उस समय ग्रामीणों ने भरोसा जताते हुए आंदोलन स्थगित कर दिया था। लेकिन दो महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद न तो प्रदूषण कम हुआ और न ही कोई प्रभावी कदम उठाया गया। उल्टा, हाल के दिनों में धुएं की मात्रा और बढ़ गई है, जिससे लोगों का धैर्य जवाब दे गया।
रानीगंज–बोक्तार नगर बचाओ समिति के प्रतिनिधि जयदेव खान ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन केवल कागजी आश्वासन देकर लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के उत्पादन जारी रखा जा रहा है, जिससे पर्यावरण के साथ-साथ ग्रामीणों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उनका कहना था कि जब तक प्रदूषण पर पूरी तरह रोक नहीं लगती, तब तक फैक्ट्री संचालन बंद किया जाना चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने फैक्ट्री का मुख्य गेट बंद कर दिया और नारेबाजी करते हुए प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। समिति ने स्पष्ट किया कि यदि गेट बंद रहने की स्थिति में कोई अप्रिय घटना होती है, तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी फैक्ट्री प्रबंधन की होगी।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वे अब सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस और स्थायी समाधान चाहते हैं।
घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की नजर पूरे मामले पर बनी हुई है।
समिति ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही प्रदूषण पर लगाम नहीं लगी, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा और इसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष विश्वकर्मा



