(लीड) इंडिगो संकट पर नजर रखेगा डीजीसीए, आठ सदस्यीय निगरानी दल गठित

इंडिगो एयरलाइन के लोगो का प्रतीकात्‍मक चित्र

नई दिल्‍ली, 10 दिसंबर (हि.स)। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के हालिया संकट के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन इंडिगो पर निगरानी कड़ी कर दी है। डीजीसीए ने बुधवार को आठ सदस्यों वाली निगरानी टीम गठित की है, जिसमें दो सदस्यों को इंडिगो के कॉरपोरेट कार्यालय में तैनात किया जाएगा।

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जारी आदेश में कहा कि राहुल भाटिया के नियंत्रण वाली एयरलाइन कंपनी इंडिगों में चालक दल की कमी के कारण बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के बाद 8 सदस्यीय निगरानी दल गठित किया गया है। इस निगरानी दल में एक उपमुख्य उड़ान संचालन निरीक्षक, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक और दो अन्य उड़ान संचालन निरीक्षक शामिल होंगे। इनमें से दो सदस्य रोजाना इंडिगो के मुख्य कार्यालय में तैनात रहेंगे। उन्हें एयरलाइन के पूरे बेड़े, औसत उड़ान दूरी, कुल पायलटों की संख्या, नेटवर्क विवरण, चालक दल के सेवा के घंटे, प्रशिक्षण में लगे चालक दल और अन्य संबंधित मामलों की निगरानी करनी होगी।

आदेश में कहा गया कि डीजीसीए कार्यालय के दो और अधिकारी एक वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी और एक उप निदेशक इंडिगो के मुख्य कार्यालय में तैनात किए जाएंगे, ताकि वे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की रद्द होने की स्थिति, धनवापसी की स्थिति, समय पर उड़ान परिचालन, नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार यात्रियों को मुआवजा और सामान की वापसी की निगरानी कर सकें। ये दोनों दल प्रतिदिन शाम 6 बजे तक संयुक्त महानिदेशक (प्रशासन) हरीश कुमार वशिष्ठ और संयुक्त महानिदेशक जय प्रकाश पांडेय को रिपोर्ट देंगे।

इससे पहले डीजीसीए ने एक आदेश जारी कर एयरलाइन के सीईओ को गुरुवार दोपहर 3 बजे तक विस्‍तृत रिपोर्ट के साथ तलब किया था। इसके बाद एयरलाइन ने कहा क‍ि इंडिगो के सभी 65,000 कर्मचारी हमारे ऑपरेशन को नॉर्मल बनाने के लिए एक साथ आए हैं। सीईओ और उनकी टीम फ़्लाइट ऑपरेशन को नॉर्मल बनाने और नेटवर्क स्टेबिलिटी पक्का करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। इंडिगो बोर्ड हालात पर करीब से नज़र रख रहा है, जबकि बोर्ड का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप हर दिन मीटिंग कर रहा है।

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने बुधवार को दावा किया कि इंडिगो की बड़ी संख्या में फ्लाइट रद्द होने से दिल्ली के ट्रेड, इंडस्ट्री, टूरिज्म और एग्जीबिशन सेक्टर को करीब 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिससे विजिटर्स की आवाजाही में दिक्कत हुई।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर