सनातनी ऐक्य मंच ने निजी शिक्षा संस्थान पर धार्मिक ध्रुवीकरण के खिलाफ जताया विरोध

आसनसोल, 10 दिसंबर (हि. स.)।

शहर के एक निजी शिक्षा संस्थान पर धार्मिक ध्रुवीकरण के गंभीर आरोप लगने के बाद बुधवार को दुर्गापुर थाना परिसर में अचानक तनाव फैल गया। सनातनी ऐक्य मंच के कार्यकर्ताओं ने उक्त मुद्दे के विरोध में थाने का घेराव किया और जोरदार प्रदर्शन किया।

संगठन का आरोप है कि प्रदेश के अन्य जिलों की तरह दुर्गापुर के कई निजी शिक्षण संस्थानों में भी छात्रों को ग़लत दिशा में मोड़ने और धार्मिक रूप से प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है।

संगठन का दावा है कि मुख्य रूप से हिंदू छात्रों को प्रलोभन देकर भ्रमित करने की कोशिश हो रही है, जो शिक्षा व्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत है।

बढ़ते आरोपों को देखते हुए सनातनी ऐक्य मंच ने बुधवार दोपहर थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया। उग्र नारेबाज़ी के बीच प्रतिनिधियों ने थाना प्रभारी को एक विस्तृत स्मारक-पत्र भी सौंपा, जिसमें जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की गई।

घटनास्थल पर उपस्थित भाजपा नेता सुमंत मंडल ने कहा कि जो लोग छात्रों के मस्तिष्क को प्रदूषित कर रहे हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह केवल कानून का मामला नहीं, आने वाली पीढ़ी का सवाल है।

उनका कहना था कि यदि इस तरह की गतिविधियां रोकी न गईं, तो समाज में अविश्वास व विभाजन की खाई और गहरी होगी।

दुर्गापुर थाने की पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मामले की शिकायत दर्ज कर ली गई है तथा संस्था से संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी।

स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा संस्थान वह जगह है जहां बच्चों को ज्ञान, नैतिकता और संस्कृति मिलनी चाहिए। यदि स्कूलों में ही धार्मिक प्रभाव डालने की कोशिश होगी, तो बच्चे किस माहौल में पढ़ेंगे।

सनातनी ऐक्य मंच ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करेगा और शहर के अन्य विवादित संस्थानों की भी सूची सार्वजनिक करेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष विश्वकर्मा