कोटखाई में 56 वर्षों बाद देव शांत यज्ञ, शिक्षा मंत्री ने लिया देवता का आशीर्वाद

शिमला, 28 दिसंबर (हि.स.)। जिला शिमला के कोटखाई उपमंडल के अडेवग गांव में रविवार को लगभग 56 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आयोजित डोम देवता खांटा के देव शांत यज्ञ में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने देवता का आशीर्वाद लिया और प्रदेश के लोगों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।

यह देव शांत यज्ञ क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है। लंबे समय बाद आयोजित इस आयोजन में क्षेत्र की आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली। देव शांत में इस क्षेत्र के चार प्रमुख देवताओं की सहभागिता रही, जिनमें कोटेश्वर महादेव मिहणी, डोम देवता खांटा बश्नोग, नाग देवता भमराड़ा, काली मात टिकरी हिमरी और खूंद थनाल गांव थाना शामिल हैं। यज्ञ के दौरान पारंपरिक विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

इस मौके पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से जाना जाता है और यहां की देव संस्कृति की पहचान पूरी दुनिया में अलग और विशिष्ट है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मनाए जाने वाले मेले और त्योहार हमारी जीवंत संस्कृति को दर्शाते हैं और देव शांत जैसे अनुष्ठान इस परंपरा के मजबूत प्रतीक हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऐसी सांस्कृतिक धरोहरों को संजोकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि हमारी अनूठी देव संस्कृति आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रह सके।

रोहित ठाकुर ने युवाओं से आह्वान किया कि आधुनिक और वैज्ञानिक युग में आगे बढ़ते हुए भी अपनी जड़ों और पारंपरिक संस्कृति से जुड़े रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी देव संस्कृति आपसी प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का संदेश देती है, जो समाज को जोड़ने का काम करती है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा