स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर

धमतरी, 11 दिसंबर (हि.स.)। धमतरी जिला कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की अध्यक्षता में गुरूवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप कलेक्टर कल्पना धुर्व, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक सहित विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने बैठक की शुरुआत अटल संकेतक रैंकिंग की प्रगति की समीक्षा से की। उन्होंने संकेतवार उपलब्धियों का अवलोकन करते हुए उन बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, जिनमें सुधार की आवश्यकता अधिक है। कलेक्टर ने कहा कि जिले की रैंकिंग सुधारना प्राथमिकता है और इसके लिए सभी अधिकारी लक्ष्य आधारित कार्य करें।

बैठक में संस्थागत प्रसव बढ़ाने, टीकाकरण प्रतिशत सुधारने, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने, कुपोषण में कमी लाने तथा टीबी-मलेरिया जैसे रोग नियंत्रण कार्यक्रमों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता, दवा उपलब्धता, डिजिटल व्यवस्था तथा स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों के मानकों को सुधारकर रैंकिंग बढ़ाने पर बल दिया गया।

मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, क्षय उन्मूलन, मलेरिया-फाइलेरिया नियंत्रण, पोषण अभियान, एनीमिया उन्मूलन सहित विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों की ब्लाकवार समीक्षा की गई। । सिकलसेल जांच, लैप्रोस्कोपी संबंधी उपचार तथा मरीजों की नियमित निगरानी की जानकारी ली गई। समय-समय पर निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि प्रत्येक लाभार्थी तक गुणवत्तापूर्ण सेवाएं समय पर पहुंचें। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने आश्वासन दिया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, पहुंच तथा पारदर्शिता बढ़ाने के लिए विभाग सभी आवश्यक कदम निरंतर उठाता रहेगा।

कलेक्टर ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बाह्य और आंतरिक रोगी सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने, आवश्यक दवाओं-उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा मानव संसाधन की कमी को प्राथमिकता से दूर करने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। डिजिटल डाटा पोर्टल में समय पर और सटीक प्रविष्टि पर भी विशेष जोर दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि विश्वसनीय डाटा ही बेहतर योजना निर्माण और गुणवत्तापूर्ण सेवाओं का आधार है, इसलिए संबंधित कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा