सुपर सीडर मशीन से धान के खेतों में करें सीधी बुवाई : डॉ. खलील खान

कानपुर, 30 नवंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कम्पनी बाग़ स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर ने ग्राम औरंगपुरगहदेवा में सुपर सीडर मशीन द्वारा कटाई उपरांत खेतों में सीधे बुवाई की विधि का प्रदर्शन किया। यह जानकारी रविवार काे सीएसए मीडिया प्रभारी व केंद्र के मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने दी।

केंद्र के मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए विकसित की गई सुपर सीडर मशीन किसानों के लिए बेहतर है। उन्होंने कहा कि मशीन की खासियत यह है कि इससे धान के खेतों में गेहूं की सीधी बुवाई की जाती है।

डॉ खान ने कहा कि इससे फसल अवशेष प्रबंधन तो होता ही है बल्कि किसानों को आर्थिक लाभ भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा किसानों के खेतों में सुपर सीडर मशीन से गेहूं की बुवाई कराकर प्रदर्शन किया जा रहा है। अब किसानों में इस मशीन से बुवाई करने में रुझान भी बढ़ा है। उन्होंने किसानों से यह भी कहा कि यह मशीन धान के खेतों में बिना खेत जुताई किए हुए गेहूं की सीधी बुवाई अच्छी तरह से करती है, क्योंकि इस कृषि यंत्र में आगे की तरफ ब्लेड लगे होते हैं, जो कंबाइन से कटने के बाद बचे हुए ठूंठों को काटकर बारीक करके मिट्टी में मिला देते हैं, जिससे पराली को आग लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

उन्होंने बताया कि इस मशीन के पीछे एक रोलर लगा होता है। जो मिट्टी/फसल अवशेषों को हल्का दबा देता है। रोलर के पीछे टाइनस होती है, जिनसे लाइन में उर्वरक व गेहूं की बुवाई की जाती है।

केंद्र के वैज्ञानिक डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सुपर सीडर से बुवाई करने से अवशेष की एक परत ऊपरी सतह पर बन जाती है जो मिट्टी में नमी को बनाए रखती है। जिससे एक सिंचाई की भी बचत होती है। इस मशीन से सीधी बुबाई करने से किसान को लगभग 4000 रुपए तक की प्रति हेक्टेयर आर्थिक बचत भी होती है।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद