-गीता संकट में सहारा
देती है: विधायक निखिल मदान
-प्रदर्शनी, सांस्कृतिक
कार्यक्रम और बाल प्रतियोगिताएँ आकर्षण का केंद्र
सोनीपत, 29 नवंबर (हि.स.)। सुभाष स्टेडियम में शनिवार को श्रद्धा, उल्लास और दिव्यता
के वातावरण के बीच तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। सहकारिता,
कारागार व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आरंभ
किया और गीता ग्रंथ पर पुष्प अर्पित किए। उनके साथ विधायक निखिल मदान, प्रशासनिक अधिकारी
तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
डॉ. शर्मा ने कहा कि भगवद् गीता जीवन का विज्ञान, कर्तव्य
का सार और संकटों में साहस का आधार है। भगवान श्रीकृष्ण का संदेश आज भी मानवता को धैर्य,
कर्मयोग, आत्मबल और सकारात्मक जीवन जीने की दिशा देता है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री
नायब सैनी के नेतृत्व में प्रदेश की जेलों में भी गीता के उपदेश पहुंचाए जा रहे हैं,
ताकि बंदियों को आत्मसुधार का अवसर मिल सके।
मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 से प्रारंभ अंतर्राष्ट्रीय गीता
महोत्सव अब वैश्विक पहचान बन चुका है और मॉरीशस, लंदन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया समेत अनेक
देशों में इसका आयोजन गीता के संदेश को विश्व तक पहुँचा रहा है। कुरुक्षेत्र में चल
रहे दस दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 40 से अधिक देशों की भागीदारी हरियाणा
की सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को और सुदृढ़ कर रही है। विधायक निखिल मदान ने कहा कि गीता जीवन में सकारात्मक सोच,
धैर्य और कर्म की प्रेरणा देती है। विपत्ति, अंधकार या कठिनाई हो-गीता का सार मानव
को सही मार्ग दिखाता है।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी
का उद्घाटन करते हुए सहकारिता मंत्री ने विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। पहले दिन
हजारों स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। लोक कलाकारों
की पारंपरिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में विशेष रंग भर दिया।
गीता पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता में मुकुल ने प्रथम,
अनीका ने द्वितीय, दिव्या ने तृतीय और अंशु ने चौथा स्थान प्राप्त किया। मंत्री ने
विजेताओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि बच्चों की कला गीता के संदेशों को जीवंत करती
है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना



