डूमडांगी में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली की सफलतापूर्वक कमीशनिंग

गुवाहाटी, 04 दिसंबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ने तकनीकी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए डूमडांगी में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) प्रणाली का सफलतापूर्वक कमीशन किया है। नई स्थापित सीमेंस एमके-II ईआई प्रणाली पुराने पैनल इंटरलॉकिंग को बदलकर ट्रेन संचालन की सुरक्षा, विश्वसनीयता और दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि सुनिश्चित करती है।

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि यह उन्नत ईआई प्रणाली अधिक स्वचालित और डिजिटल रूप से नियंत्रित सिग्नलिंग संचालन का समर्थन करती है। नयी प्रणाली में स्वतंत्र और डमी शंट सिग्नल, मजबूत लेवल क्रॉसिंग संरचना और उन्नत डिजिटल मॉनिटरिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसमें कुल 45 रूट, 33 ट्रैक सर्किट, नौ मुख्य सिग्नल, आठ स्वतंत्र शंट सिग्नल, दो डमी शंट सिग्नल, 16 प्वाइंट, दो महत्वपूर्ण एफएनमक्स यूनिट और दो गैर-महत्वपूर्ण मक्स यूनिट शामिल हैं, जो ऑटो सेक्शन को प्रदर्शित करते हैं।

आधुनिकीकरण पहल के तहत लेवल क्रॉसिंग गेट एनसी-26, एनसी-29 और एनसी-31 पर मौजूद मैनुअली लिफ्टेड बैरियर्स को बदलकर इलेक्ट्रिकली लिफ्टेड बैरियर्स लगाए गए हैं, जिससे सुरक्षा मानकों में और सुधार हुआ है।

कमीशनिंग के बाद ट्रेन संचालन सुचारू रूप से शुरू हो गया। 03 दिसंबर की तड़के 01:32 बजे 12345 अप शराईघाट एक्सप्रेस सबसे पहले नए सिस्टम से होकर गुजरी, जिसके बाद 01:34 बजे 15648 डाउन मुंबई एलटीटी एक्सप्रेस भी सफलतापूर्वक पार हुई, जिससे सिस्टम के निर्बाध संचालन की पुष्टि हुई।

प्रवक्ता ने कहा कि यह सफल कमीशनिंग रेलवे संचालन को अधिक सुरक्षित, तकनीकी रूप से उन्नत और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो यात्री एवं माल ढुलाई सेवाओं के सतत आधुनिकीकरण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश