झज्जर : भारतीय संस्कृति और अध्यात्म व कला का अदभुत संगम गीता महोत्सव शुरू

झज्जर, 29 नवंबर (हि.स.)। झज्जर के महर्षि दयानंद स्टेडियम में शनिवार को तीन दिवसीय गीतापुरम महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। महोत्सव का उद्घाटन जिला अतिरिक्त उपायुक्त जगनिवास व नगराधीश नमिता कुमारी ने किया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरु हुए इस आयोजन में अध्यात्म, भारतीय संस्कृति और कला की विविध झलकियाँ देखने को मिलीं।उद्घाटन सत्र के दौरान जिला अतिरिक्त उपायुक्त जगनिवास ने कहा कि गीता मानव जीवन का पथप्रदर्शक ग्रंथ है। गीता को बार-बार पढ़ने पर जीवन के हर चरण के लिए नई सीख मिलती है।

नगराधीश नमिता कुमारी ने कहा कि गीता महोत्सव भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और कला का अद्भुत संगम है, जो नए पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सैनी को गीता महोत्सव के सफल आयोजन के लिए विशेष रूप से बधाई दी। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के प्रयासों से यह महोत्सव वैश्विक पहचान बनाता जा रहा है।

महोत्सव में पहले दिन विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, नृत्य नाटिकाओं और कला प्रदर्शनों के माध्यम से भारतीय संस्कृति की छटा बिखेरी गई। दर्शक पूरे समय उत्साह और उमंग के साथ कार्यक्रम का आनंद लेते दिखाई दिए। गीता महोत्सव में सरकारी विभागों और सामाजिक संस्थाओं की प्रदर्शनी भी देखने को मिली, जहां सरकारी योजनाओं और गीता के दिव्य संदेश पर आधारित स्टॉल लगाए गए हैं। यह प्रदर्शनी न केवल विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करेगी, बल्कि गीता के अमूल्य ज्ञान को भी जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज