सरकार भारतीय शिल्प को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध: गिरिराज सिंह

​नई दिल्ली, 13 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को यहां कहा कि ​कारीगरों को सुविधा प्रदान करने तथा भारतीय शिल्पों को वैश्विक स्तर तक ले जाने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है।

गिरिराज ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय शिल्प संग्रहालय में क्राफ्टेड फॉर द फ्यूचर प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। यह प्रदर्शनी भारत की समृद्ध शिल्प परंपराओं को उजागर करती है और दिखाती है कि वे टिकाऊ, आधुनिक जीवन शैली के लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं।

यह 10 दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प सप्ताह का हिस्सा है। यह आयोजन व्यापक 'वीव द फ्यूचर' श्रृंखला का तीसरा संस्करण है।

उन्होंने कहा कि ​युवा पारंपरिक कला को आधुनिक और वैश्विक उत्पादों में बदल रहे हैं।

वस्त्र मंत्रालय की हस्तकला विभाग की विकास आयुक्त अमृत राज ने कहा कि शिल्प को एक 'जीवंत शक्ति' के रूप में पहचानना महत्वपूर्ण है, जो देश के भविष्य को आकार देने की क्षमता रखती है।

उन्होंने बताया कि 'क्राफ्टेड फॉर द फ्यूचर’ प्रदर्शनी दर्शकों को भारत की भौतिक संस्कृतियों की उत्पत्ति, प्रक्रिया और आधुनिक संभावनाओं से जोड़ने के लिए तैयार की गई है।

उल्लेखनीय है कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य दर्शकों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जोड़ना है। इसमें रोजमर्रा की सामग्रियों की यात्राओं को दर्शाने वाली आकर्षक कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा, स्थानीय और पुनर्योजी सामग्रियों का उपयोग करने वाले कारीगरों व समूहों के लिए एक सुनियोजित शिल्प बाज़ार लगाया गया है।

आगंतुक सामग्रियों की उत्पत्ति और शिल्प प्रक्रियाओं पर आधारित दैनिक फिल्म स्क्रीनिंग, प्रदर्शन और चर्चाओं में भाग ले सकते हैं तथा मिट्टी के बर्तन, ऊन, बांस और प्राकृतिक रंगों जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञों द्वारा संचालित व्यावहारिक कार्यशालाओं (जिनके लिए पंजीकरण अनिवार्य है) का अनुभव कर सकते हैं।

​यह प्रदर्शनी 21 दिसंबर 2025 तक जनता के लिए खुली रहेगी और सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रद्धा द्विवेदी