इज्तेमा में विधायक हुमायूं कबीर को ‘गो बैक’ नारे, हुगली में तनाव
- Admin Admin
- Dec 31, 2025
हुगली, 31 दिसंबर (हि. स.)। वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। बुधवार को हुगली जिले में भरतपुर के विधायक और जनता उन्नयन पार्टी के संस्थापक हुमायूं कबीर को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। बुधवार को हुगली के दादपुर थाना अंतर्गत पुइनान इलाके में आयोजित इज्तेमा के दौरान हुमायूं कबीर को विरोध और ‘गो बैक’ नारों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद इलाके में भारी तनाव की स्थिति बन गई।
मिली जानकारी के अनुसार, हुमायूं कबीर बुधवार को नमाज़ अदा करने के उद्देश्य से दादपुर के पुइनान स्थित इज्तेमा स्थल पहुंचे थे। आरोप है कि जैसे ही वे महेश्वरपुर इलाके से इज्तेमा स्थल में प्रवेश करने वाले थे, तभी कुछ लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद इज्तेमा स्थल पहुंचने पर भी उन्हें दोबारा विरोध और नारेबाजी का सामना करना पड़ा। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि अंततः हुमायूं कबीर को स्थल छोड़कर लौटना पड़ा।
घटना को लेकर विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल के एक अल्पसंख्यक बहुल इलाके का निर्वाचित जनप्रतिनिधि हूं, इसके बावजूद मुझे वहां रोका गया। प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। एक विधायक को रोका जा रहा है और पुलिस मौजूद होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इसके पीछे सत्तारूढ़ दल की शह है। इन सबका जवाब दिया जाएगा।
हालांकि, हुमायूं कबीर के इन आरोपों को स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता वसीम रेजा ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इज्तेमा का आयोजन किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह आयोजन समिति की जिम्मेदारी है।
वसीम रेजा के अनुसार, “हुमायूं कबीर को अंदर जाने नहीं दिया गया, ऐसी बात सुनने में आई है, लेकिन इसका तृणमूल कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
इस पूरी घटना ने चुनाव से पहले हुगली जिले में राजनीतिक तनाव और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं, वहीं मामले की आगे की जांच जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय



