नौणी दीक्षांत समारोह : राज्यपाल ने मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए

सोलन, 10 दिसंबर (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को सोलन जिले के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय (वाईएसपीयूएचएफ) के 14वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कुल 12 स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें से 9 स्वर्ण पदक छात्राओं को मिले। राज्यपाल ने 518 मेधावी प्रमाण पत्र तथा औद्यानिकी व वानिकी के 855 डिग्री वितरित कीं।

डिग्री धारकों तथा उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए श्री शुक्ल ने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल शैक्षणिक उपलब्धि का उत्सव नहीं है, बल्कि किसानों, समाज और राष्ट्र के प्रति नई जिम्मेदारी का बोध भी कराता है। उन्होंने ड्रैगन फ्रूट, एवोकाडो, ब्लूबेरी, मैकाडामिया नट, कॉफी आदि उच्च मूल्य फसलों के प्रोत्साहन तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर रसायनिक निर्भरता कम करने के लिए विश्वविद्यालय की पहल की सराहना की।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट शोध कार्यों की प्रशंसा करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने 334 शोध प्रकाशन, 10 पेटेंट तथा 11 राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय समझौता ज्ञापन प्राप्त किए हैं।

औषधीय पौधों, जैव-नियंत्रण तथा अन्य वैज्ञानिक क्षेत्रों में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और विशेषकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं की उपलब्धियों की उन्होंने सराहना की। अपने राज्यव्यापी नशा विरोधी अभियान का उल्लेख करते हुए श्री शुक्ल ने युवाओं से नशा मुक्त हिमाचल के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने नशे के खिलाफ सरकार के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा राज्य में आयोजित जागरूकता गतिविधियों की सराहना की, जिनमें हजारों विद्यार्थी, किसान और आम नागरिक जुड़े।

उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से वह इस अभियान को घर-घर पहुंचाने का प्रयास करेंगे। राज्यपाल ने स्नातकों से आह्वान किया कि वे नैतिकता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ भविष्य की राह चुनें तथा नवाचार, उद्यमिता और किसानों की आर्थिक उन्नति में योगदान दें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य हित को हमेशा प्राथमिकता में रखना चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप शर्मा