जींद : गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान मानवता, धर्म, स्वतंत्रता और सत्य की रक्षा के लिए : बेदी

कार्यक्रम में मौजूद साध संगत।

जींद, 29 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान मानवता, धर्म, स्वतंत्रता और सत्य की रक्षा के लिए दिया गया वह सर्वोच्च उदाहरण है। जिसकी तुलना दुनिया में कहीं नहीं मिलती है। गुरु साहिब ने उस दौर में निहत्थे और कमजोरों की रक्षा के लिए अपना सिर तक न्योछावर कर दिया था।

मंत्री कृष्ण कुमार बेदी शनिवार को धमतान साहिब गुरुद्वारा में हरियाणा सिख प्रबंधक कमेटी की ओर से गुरु साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदानी शताब्दी वर्ष को लेकर आयोजित भव्य समागम में माथ टेकने पहुंचे। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेककर गुरु साहिब को नमन किया और उनकी पावन शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा कैबिनेट मंत्री बेदी का पारंपरिक सिरोपा भेंट कर विशेष स्वागत किया गया। कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि

जब मुगल शासन की अत्याचारपूर्ण नीतियों से समाज का एक बड़ा वर्ग त्रस्त था। गुरु तेग बहादुर ने श्हिंद की चादर बन कर पूरे समाज की ढाल का कार्य किया और अपनी शहादत से धर्म एवं संस्कृति को अक्षुण्ण रखा। कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने बताया कि धमतान साहिब गुरु तेग बहादुर जी की पावन तपोभूमि रही है। जहां वे तीन बार पधारे और यहां के विभिन्न स्थलों पर अपनी अनंत कृपा दृष्टि बरसाई। उन्होंने कहा कि धमतान साहिब में जो ऐतिहासिक कुआं स्थित है, वह उन्हीं के समय में बनाया गया था। इसी पवित्र भूमि पर गुरु साहिब ने अपनी कर कमलों से गुरु घर की नींव रखी थी। जो आज भी करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने आगे बताया कि गुरु साहिब द्वारा दी गई शिक्षाएं केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक संदेशों से भी परिपूर्ण थीं। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने इसी पवित्र स्थली से नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की थी और समाज में तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों के सेवन को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा