आर्य विद्यापीठ गुरुकुल में सांस्कृतिक उत्सव में दिखा वैदिक परंपरा और सामाजिक सरोकार का अनूठा संगम

अररिया 11 दिसम्बर(हि.स.)। फारबिसगंज के मुसहरी पंचायत अंतर्गत कुड़वा लक्ष्मीपुर स्थित आर्य विद्यापीठ गुरुकुल में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक यज्ञ के साथ हुई, जिसमें वेद मंत्रों की स्वर लहरियों ने पूरे वातावरण को पवित्र बना दिया। गुरुकुल के विद्यार्थियों ने मंच पर एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें वैदिक मंत्रोच्चारण, देशभक्ति नृत्य, शास्त्रीय गायन और मार्शल आर्ट आधारित योगाभ्यास प्रमुख रहा। बच्चों के प्रदर्शन ने उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि फारबिसगंज विधायक मनोज विश्वास थे। उनके साथ प्रमुख ओमप्रकाश पासवान, हरिपुर मुखिया परमानंद ऋषिदेव, मुखिया विवेकानंद मंडल, मुसहरी के पूर्व मुखिया अरविन्द विश्वास, कमलदेव मेहता, आर्य समाज के प्रधान बिंदेश्वरी आर्य एवं गजेंद्र मेहता, मनोज आर्य आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

गुरुकुल के संस्थापक एवं कार्यक्रम संयोजक वेदवीर आर्य ने बताया कि गुरुकुल शिक्षा पद्धति का उद्देश्य बच्चों में नैतिकता, अनुशासन, वेदज्ञान व संस्कार का विकास करना है। आज जब आधुनिक शिक्षा के बीच मूल्यों का ह्रास हो रहा है, ऐसे समय में गुरुकुल प्रणाली समाज के लिए उम्मीद की किरण है।

विधायक मनोज विश्वास ने गुरुकुल की सराहना करते हुए कहा, धर्म और संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। यह गुरुकुल अपने आप में अद्भुत है। जब भी जरूरत होगी, हम हर संभव सहयोग करेंगे।संचालन चंदन आर्य ने किया। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक सरोकार को ध्यान में रखते हुए दर्जनों असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का वितरण भी किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर