दिल्ली मेट्रो में महिलाओं, बालिकाओं के स्वास्थ्य कल्याण पर एक माह का अभियान शुरू

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से बुधवार को सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन से महिलाओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य व कल्याण पर केंद्रित एक माह लंबा दिल्ली मेट्रो अभियान शुरू किया। यह अभियान 10 जनवरी तक चलेगा। यह अभियान दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, डिजिटल डिवाइड को कम करने, पीसी एंड पीएनडीटी तथा टीबी जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाएगा।

इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलीला श्रीवास्तव ने कहा कि कोई भी परिवार या राष्ट्र तब तक प्रगति नहीं कर सकता, जब तक उसकी महिलाएं स्वस्थ न हों। यह अभियान एक सशक्त माध्यम है, जिसके जरिए हम यह संदेश सीधे जनता तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीबी जागरूकता, डिजिटल डिवाइड को कम करने और पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम, 1994 से जुड़े संदेश मेट्रो कोचों के अंदर और बाहर प्रदर्शित किए गए हैं। लिंग निर्धारण और चयन के लिए नई तकनीकों के बढ़ते उपयोग पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि पहले लोग अल्ट्रासाउंड पर निर्भर थे, अब नई तकनीकें भी सामने आ रही हैं। इन गैरकानूनी प्रथाओं को रोकना होगा और लोगों को जागरूक करना होगा।

इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की अधिकारी प्रभारी डॉ. कैथरीना बोहमे ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं का स्वास्थ्य विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य पूरे समाज की भलाई के लिए अनिवार्य है। भारत सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, मिशन शक्ति, निर्भया फंड और आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं निरंतर मजबूत कर रही है। कार्यक्रम में एक सर्व-महिला बैंड ने प्रस्तुति दी, जिसके बाद गणमान्य अतिथियों ने जागरूकता संदेशों से सुसज्जित मेट्रो यात्रा कर अभियान को आगे बढ़ाने की सामूहिक प्रतिबद्धता दिखाई। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव मीरा श्रीवास्तव, गीतू जोशी सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी