कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग तक हिंदू संगठनों का मार्च, ज्ञापन सौंपा

कोलकाता, 26 दिसंबर (हि. स.)। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों के विरोध में कोलकाता में शुक्रवार को हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। हिंदू संहति के कार्यकर्ताओं ने सियालदह से मार्च निकालते हुए बांग्लादेश उप उच्चायोग कार्यालय तक जाने की कोशिश की और वहां एक प्रतिनिधिमंडल के जरिए छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा।

संगठन के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उप उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की। ज्ञापन में मयमनसिंह में 18 दिसंबर को दीपू चंद्र दास की हत्या के दोषियों को कड़ी सजा देने, घटना के समय लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों तथा उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई।

हिंदू संहति की सलाहकार समिति के सदस्य रजत राय ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग रखी कि हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ अफवाह फैलाने वालों पर बांग्लादेश सरकार सख्त कार्रवाई करे, क्योंकि ऐसी अफवाहों से हिंसा भड़क रही है। धार्मिक असहिष्णुता फैलाने वाले और अन्य धर्मों के अनुयायियों को हिंसा के लिए उकसाने वाले अंशों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के मुताबिक, उप उच्चायोग के अधिकारी ने भरोसा दिलाया कि सभी मांगों को बांग्लादेश सरकार तक पहुंचाया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की। उप उच्चायोग कार्यालय के आसपास बैरिकेड लगाए गए और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया, ताकि प्रदर्शनकारी परिसर तक न पहुंच सकें।

मार्च जब बेकबागान स्थित कार्यालय से कुछ दूरी पर रोका गया तो प्रदर्शनकारियों ने एजेसी बोस रोड पर धरना शुरू कर दिया। बाद में तीन सदस्यों को ही अधिकारियों से मिलने की अनुमति दी गई। यह 23 दिसंबर के बाद दूसरा मौका था जब किसी हिंदू संगठन ने उप उच्चायोग तक मार्च करने की कोशिश की। इससे पहले बंगीय हिंदू जागरण मंच के प्रदर्शन के दौरान पुलिस से झड़प हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे और कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी हुई थी।

इस बीच, नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी भी शुक्रवार को विभिन्न हिंदू संगठनों के नेताओं के साथ उप उच्चायोग के अधिकारी से मुलाकात करने वाले हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर