एसआईआर सुनवाई केंद्र पर हंगामा, तृणमूल विधायक ने असीमा पात्र प्रक्रिया रुकवाई

हुगली, 29 दिसंबर (हि. स.)। हुगली जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की सुनवाई को लेकर एक बार फिर राजनीतिक तनाव देखने को मिला। चुचुड़ा के विधायक असीत मजूमदार के बाद अब धनियाखाली की तृणमूल कांग्रेस विधायक असीमा पात्र ने सुनवाई केंद्र पहुंचकर पूरी प्रक्रिया बंद करवा दी।

विधायक ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक एसआईआर की सुनवाई नहीं होने दी जाएगी। इससे सुनवाई के लिए आए आम लोगों में भारी नाराजगी देखी गई और माहौल गर्म हो गया।

सोमवार दोपहर असीमा पात्र अपने विधानसभा क्षेत्र के एक सुनवाई केंद्र पर पहुंचीं और वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि यदि बीएलए-2 (बूथ लेवल एजेंट-2) को सुनवाई में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, तो सुनवाई पूरी तरह बंद रहेगी।

उन्होंने धनियाखाली के बीडीओ को भी इस संबंध में चेतावनी दी। विधायक ने सवाल उठाया कि जब घर-घर सर्वे के समय बीएलए-2 मौजूद थे, तो अब सुनवाई के दौरान उन्हें बाहर क्यों रखा जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में लिखित आदेश दिखाने की मांग भी की।

असीमा पात्र ने प्रशासन से यह भी मांग की कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर जाकर सुनवाई की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए परिवार के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को स्वीकार किया जाना चाहिए, क्योंकि सभी प्रवासी मजदूरों का व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में उपस्थित होना संभव नहीं है।

विधायक ने कहा कि ये लोग दिन-मजदूरी पर काम करते हैं। आने-जाने का खर्च कौन देगा? क्या चुनाव आयोग यह खर्च उठाएगा? उनके परिवार जो दस्तावेज दिखाएंगे, वही मान्य होने चाहिए।

इस बीच, सुनवाई के लिए घंटों से बैठे पुरुष और महिलाएं प्रशासन और नेताओं दोनों से नाराज दिखे। एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि दोपहर 12 बजे से खड़ी हूं, अब साढ़े तीन बज गए हैं। सबके घर का काम होता है। बीडीओ न हां कहते हैं, न ना—बस कुर्सी पर बैठने को कह रहे हैं। बैठकर क्या करें?

वहीं एक अन्य महिला ने नाराजगी जताते हुए कहा कि घर का काम छोड़कर आई हूं, लेकिन यहां सिर्फ मीटिंग ही चल रही है। पहले बता देते तो बाद में आती।

खबर लिखे जाने तक सुनवाई बंद रहने को लेकर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली। हालांकि, विधायक की कार्रवाई के बाद इलाके में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर असमंजस और तनाव की स्थिति बनी हुई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय