एचपीयू ईसी-कोर्ट चुनाव में बड़ा उलटफेर, भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने जीती ईसी सीट

शिमला, 28 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था ईसी-कोर्ट चुनाव में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। लगातार दो वर्षों से ईसी और कोर्ट पदों पर जीत दर्ज करने वाली माकपा-कांग्रेस की संयुक्त टीम को इस बार भारी झटका लगा है। ईसी (एग्जीक्यूटिव काउंसिल) पद पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुरेश कुमार वर्मा ने जीत दर्ज की है, जबकि कोर्ट पद को बचाने में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सफल रहे। चुनाव परिणाम आने के बाद कर्मचारी संगठनों में चर्चा का बाजार गर्म है, क्योंकि इस बार माकपा और कांग्रेस के समर्थित कर्मचारी एकजुट होकर मैदान में नहीं उतरे, जिसका सीधा लाभ भाजपा समर्थित प्रत्याशी को मिला।

ईसी चुनाव में कुल 661 मतदाताओं में से 653 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ईसी सीट पर तीन प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला था। भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुरेश कुमार वर्मा को 296 वोट मिले, जबकि कांग्रेस समर्थित मोहन लाल को 219 वोट प्राप्त हुए। माकपा समर्थित प्रेम प्रकाश नेगी को 138 वोट मिले। इस प्रकार सुरेश कुमार वर्मा ने 77 वोटों से जीत दर्ज की। इस दौरान 8 वोट अवैध घोषित किए गए।

वहीं, विश्वविद्यालय कोर्ट के चुनाव में भी रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। कोर्ट सीट के लिए कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी राजेश ठाकुर को 284 वोट मिले और उन्होंने भाजपा समर्थित प्रत्याशी बुद्धीराम को 45 वोटों के अंतर से हराया। बुद्धीराम को 239 वोट मिले, जबकि माकपा समर्थित उम्मीदवार मनोज कुमार को 129 वोट प्राप्त हुए। इस सीट पर 9 वोट इनवैलिड घोषित किए गए।

विशेष बात यह रही कि कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी ईसी की सीट इस बार नहीं बचा पाए। वर्ष 2021 में दोनों पदों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी विजयी रहे थे। इसके बाद वर्ष 2022 और 2023 में माकपा-कांग्रेस समर्थित कर्मचारियों ने जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार दोनोें दलों के समर्थित कर्मचारी एक मंच पर नहीं आ सके और सत्ता फैक्टर उम्मीदों के विपरीत साबित हुआ। कर्मचारियों द्वारा बड़ी संख्या में मतदान के बावजूद माकपा-कांग्रेस गठबंधन को ईसी सीट पर पराजय का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष ईसी के नतीजे कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में गए थे, जबकि इस बार कर्मचारियों ने सत्ता का साथ नहीं दिया।

चुनाव में रिकॉर्ड स्तर पर मतदान हुआ। कुल 661 मतों में से 653 मत पड़े, जो करीब 98 फीसदी रहा। सुबह 11 बजे शुरू हुई वोटिंग में पहले दो घंटे में महज 25 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था, लेकिन दोपहर बाद मतदान तेज हुआ और 3.30 बजे तक यह संख्या 79 फीसदी पहुंच गई। आखिरी आधे घंटे में भी कर्मचारियों ने काफी उत्साह दिखाया और मतदाताओं की लंबी लाइनें पोलिंग बूथ के बाहर देखी गईं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा