आईजीयू एजीएम के बाद अध्यक्ष बृजिंदर सिंह ने कहा- नॉर्थ-ईस्ट में गोल्फ का विकास अगली प्राथमिकता

- एजीएम में 15 स्टेट गोल्फ एसोसिएशन ने हिस्सा लिया

नई दिल्ली, 12 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय गोल्फ संघ (आईजीयू) का बड़ा एजेंडा भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में गोल्फ को बढ़ावा देना और उसका विकास करना है। यह घोषणा आईजीयू के अध्यक्ष बृजिंदर सिंह ने नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन की 65वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के बाद यहां इंडिया हबिटैट सेंटर में की।

एजीएम में 15 जुड़े हुए स्टेट गोल्फ एसोसिएशन– असम, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, मेघालय, मणिपुर, ओडिशा, पंजाब, त्रिपुरा, राजस्थान, मिजोरम, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश ने भागीदारी की।

मीटिंग का एजेंडा गवर्निंग काउंसिल की एनुअल रिपोर्ट को अपनाने, पिछली एजीएम के मिनट्स को कन्फर्म करने, फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के ऑडिटेड स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट्स को मंजूरी देने, ऑडिटर की नियुक्ति करने और उनकी सैलरी तय करने के साथ-साथ चेयर की अनुमति से किसी भी अन्य प्रासंगिक विषय पर चर्चा करने पर केंद्रित था।

बृजिंदर सिंह ने कहा, “हमारी एजीएम बहुत अच्छी रही। हमारे पास नॉर्थ-ईस्ट से हमारे डेलीगेट्स आए थे, जो पहले गैर-मौजूद थे और लंबे समय से मेनस्ट्रीम गोल्फ का हिस्सा नहीं थे। हम उन्हें साथ पाकर बहुत उत्साहित थे। जहां तक गोल्फ की बात है, यह एक संभावनाओं से भरा स्पोर्ट्स है। हमने उनसे वादा किया है कि हम वहां गोल्फ ले जाएंगे और गोल्फ को डेवलप करेंगे और यह पक्का करेंगे कि वहां के ग्रासरूट लेवल के खिलाड़ियों और बच्चों को उत्कृष्ट श्रेणी की सुविधा मिले।”

असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड और त्रिपुरा राज्यों को ‘सेवन सिस्टर्’ कहा जाता है। यहां इस इलाके की खूबसूरत जगहों पर ब्रिटिश ज़माने के बहुत सारे कोर्स हैं।

उन्होंने कहा, “यह भारत के सबसे खूबसूरत हिस्सों में से एक है, लेकिन गोल्फ के मामले में यह सबसे ज़्यादा नज़रअंदाज़ किया जाने वाला हिस्सा भी है। हम अपने कोच और सामान वहां ले जाएंगे ताकि यह पक्का हो सके कि आने वाले समय में नॉर्थ-ईस्ट से कम से कम एक चैंपियन ज़रूर आए। जहां तक आईजीयू की बात है, हम बहुत सारे प्रोग्राम शुरू कर रहे हैं। हम एसजीएएस को भारत के सभी हिस्सों में गोल्फ ले जाने के लिए पूरी फाइनेंशियल मदद दे रहे हैं। हम ब्रिटिश ज़माने के कोर्स के बारे में बहुत सुन रहे हैं और हमारी टीम वहां जाएगी और एक नया डायमेंशन भी खोजेगी और उस राज्य के टूरिज्म को बढ़ावा देगी।”

एजीएम में शामिल होने वाले प्रमुख सदस्यों में आईजीयू प्रेसिडेंट बृजिंदर सिंह, ऑनरेरी सेक्रेटरी शशांक संदू, ऑनरेरी ट्रेजरर संजीव रतन और डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल (रिटायर्ड) विभूति भूषण शामिल थे। इसके अलावा, गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हरपुनीत सिंह संधू, मानव जैनी, सिमरजीत सिंह, वंदना अग्रवाल, वीरेन घुम्मन, समीर सिन्हा और मानव दास भी एजीएम में उपस्थित रहे। गवर्निंग काउंसिल मेंबर और आईजीयू के नॉर्थ-ईस्ट रीजन के चेयरमैन नागेश सिंह ने मीटिंग में ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया।

मीटिंग के दौरान, उपस्थित सदस्यों ने स्वर्गीय प्रकाश भंडारी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक मिनट का मौन रखा। प्रकाश भंडारी 2004-05 में आईजीयू प्रेसिडेंट थे और भारतीय गोल्फ़ के विकास में उनका योगदान अमूल्य माना जाता है।

2024-25 सीज़न के दौरान, इंडियन गोल्फ़ यूनियन (आईजीयू) ने गोल्फ़ के विकास और प्रतियोगिताओं के विस्तार में महत्वपूर्ण कदम उठाए। इस सीज़न में आईजीयू ने 32 घरेलू टूर्नामेंट और 48 फीडर इवेंट्स आयोजित किए, साथ ही भारतीय टीमों को पेरिस ओलंपिक 2024 समेत 15 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भाग लेने भेजा।

मार्च की शुरुआत में, आईजीयू ने गोल्फ़ का विश्व स्तरीय नियम नियामक के सहयोग से पहला लेवल-3 टूर्नामेंट एडमिनिस्ट्रेटर्स एंड रेफरीज़ सेमिनार आयोजित किया। इस सेमिनार में 49 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें से 42 प्रतिभागियों ने लेवल-3 का एग्ज़ाम पास किया। वर्तमान में, भारत में 65 रेफरीज़ के पास टूर्नामेंट एडमिनिस्ट्रेटर्स एंड रेफरीज़ सेमिनार लेवल-3 सर्टिफ़िकेशन मौजूद है, जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। साथ ही, आईजीयू ने कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ प्रोफ़ेशनल गोल्फ़ की पूर्ण सदस्यता प्राप्त की, जिससे भारत को ग्लोबल कोचिंग स्टैंडर्ड तक सीधे पहुँच मिली। इस सीज़न में फ़्लैगशिप हीरो इंडियन ओपन का आयोजन भी बड़ी सफलता के साथ हुआ, जिसमें प्राइज़ राशि को $2.5 मिलियन तक बढ़ाया गया।

-----------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे