धमतरी : हर बच्चे को संस्कारवान बनाएं : पंडित अतुल कृष्ण भारद्वाज

धमतरी , 30 दिसंबर (हि.स.)। शहर के रामलीला मैदान में आयोजित श्रीराम कथा में पधारे पंडित अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि, माज का दायित्व है कि बच्चों को संस्कारित करें। रामायण की कथाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। आदर्श मनुष्य बनने के लिए राम की कथाएं सुने और उनके बताए मार्ग पर चलें। वर्तमान समय में नशा समाज के लिए बड़ी बीमारी है। इसके लिए सभी आगे आना होगा ताकि भावी युवा पीढ़ी को नशे से बचाया जा सकें। महानदी छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी है। पूरे विश्व में केवल धमतरी ही ऐसी जगह है जहां महादेव के साथ सप्त ऋषि का पर्वत है। समाज के लोगों का दायित्व है कि बच्चों को संस्कारित करें। रामायण की कथाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।

उन्होंने बताया कि, धमतरी में तीसरी बार राम कथा सुनाने आए हैं। इस बार समाजसेवी पंडित राजेश शर्मा ने भगवान श्रीराम के आदर्शों को जन - जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। विगत 25 वर्षों से कथा कर रहे हैं। धमतरी की भूमि के प्रति अटूट श्रद्धा है। सिहावा के श्रृंगी ऋषि के कमंडल में 24 घंटे सातों दिन जल भरा रहता है। यहां सप्त ऋषि का आश्रम है। भगवान श्रीराम ने सिहावा में अगस्त ऋषि से शिक्षा लिए थे। रावण के वध तक अगस्त ऋषि उनके साथ थे। छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी महानदी है। वैसे ही दक्षिण क्षेत्र कर्नाटक की जीवनदायिनी कावेरी नदी के माना जाता है। दोनों नदियों से श्रृंगी ऋषि जुड़े हुए हैं। भारत का विश्वगुरु बनना विश्व के हित में है। वर्तमान समय में सारे अपराध अर्थ और काम से जुड़ा हुए है। ब्रेकअप की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। चारित्रिक प्रदूषण फैली है। चरित्र अच्छा हो तो सारे अपराध कम हो जाए। गुरु कोई भी हो। सभी लोग तीन चीजों को मानते है जिसमें पुनर्जन्म, कर्मों का फल और सबके अंदर एक ही परमात्मा है। युवा धर्म के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा