धमतरी : किसानों की आय बढ़ाना सर्वोच्च प्राथमिकता: कलेक्टर अबिनाश मिश्रा
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- Dec 12, 2025
धमतरी, 12 दिसंबर (हि.स.)। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने 12 दिसंबर को जिले के खपरी, संबलपुर, पुरी, डांडेसरा, कन्हारपुरी, भुसरेंगा, बगौद, कुर्रा, कोसमर्रा, देवरी और सिहाद सहित अनेक गांवों का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने खेत-खेत पहुंचकर फसलों की वास्तविक स्थिति जानी और किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को लाभान्वित करना, उनकी आय बढ़ाना और कृषि को अधिक लाभकारी बनाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान के साथ-साथ व्यावसायिक फसलें, दलहन, तिलहन तथा मिलेट की खेती को बढ़ावा दिया जाए।
कलेक्टर को किसानों ने बताया कि हाईवे के समीप होने के कारण कृषि यंत्र एवं सामग्री की चोरी की घटनाएं होती हैं तथा मवेशियों के खेतों में घुस जाने से नुकसान होता है। कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस और संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि मिलेट पौष्टिक भोजन के साथ-साथ पशु चारे का भी महत्वपूर्ण स्रोत है, इसलिए इसके उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास तेज किए जाएं। सिंचित क्षेत्रों में किसानों को गेहूं की खेती हेतु प्रेरित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए वैल्यू एडिशन यूनिटें स्थापित करने, लघु उद्योगों को बढ़ावा देने, जैविक खेती, मिलेट मिशन, सामुदायिक बाड़ी और जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रमों को गति देने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि धमतरी जिला औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के लिए उपयुक्त है, इसलिए इस क्षेत्र में भी विस्तार की संभावनाओं पर काम किया जाए।
कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से बीज वितरण, उर्वरकों की उपलब्धता और भंडारण की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को उन्नत गुणवत्तापूर्ण बीज, समय पर खाद-उर्वरक, मिट्टी परीक्षण कार्ड और नियमित प्रशिक्षण उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसानों की प्रगति ही जिले की प्रगति है, इसलिए सभी विभाग मिलकर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। इस दौरान कृषि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने बताया कि, खपरी और संबलपुर क्षेत्र में लगभग 1000 एकड़ में चना की खेती की जा रही है। विभाग द्वारा चना बीज उपलब्ध कराए जाने से पिछले वर्ष की तुलना में खेती में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं भुसरेंगा-बगौद के किसान सरसों, अरहर और उड़द की खेती कर रहे हैं। कलेक्टर ने खेतों में पहुंचकर फसलों की स्थिति का जायज़ा लिया तथा किसानों से पानी, खाद, उत्पादन और सुरक्षा से जुड़ी आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को लघु-सूक्ष्म उद्योग के लिए प्रकरण तैयार करने के भी निर्देश दिए और किसानों को बताया कि इकाइयों पर 35 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा



