भारत–जॉर्डन संबंधों को नई गति : किंग अब्दुल्ला द्वितीय से प्रधानमंत्री मोदी की हुई अहम वार्ता, 8 सूत्रीय साझा दृष्टि प्रस्तुत

किंग अब्दुल्ला द्वितीय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकातकिंग अब्दुल्ला द्वितीय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात

अम्मान, 15 दिसंबर (हि.स.)। भारत और जॉर्डन के द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत के प्रतिनिधिमंडल ने जॉर्डन के सम्राट किंग अब्दुल्ला द्वितीय से अम्मान में सार्थक और सकारात्मक चर्चा की। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और आपसी विश्वास को और मजबूत करने पर सहमति बनी।

भारत–जॉर्डन राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इस ऐतिहासिक पड़ाव को दोनों देशों के लिए प्रेरणास्रोत बताया गया। बातचीत में इस बात पर जोर दिया गया कि यह उपलब्धि भविष्य में रिश्तों को नई ऊर्जा और व्यापक दृष्टि के साथ आगे बढ़ाने का आधार बनेगी।

बैठक के दौरान भारत ने जॉर्डन के साथ सहयोग को और गहराने के लिए एक 8 सूत्रीय विजन साझा किया। इस दृष्टि में व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने, उर्वरक एवं कृषि क्षेत्र में साझेदारी, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवाएं, बुनियादी ढांचा विकास, महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों में सहयोग, नागरिक परमाणु ऊर्जा तथा जन-से-जन संपर्क को सुदृढ़ करने जैसे अहम क्षेत्र शामिल हैं।

किंग अब्दुल्ला द्वितीय की भारत–जॉर्डन संबंधों को मजबूत करने की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता को भी सराहा गया। दोनों पक्षों ने माना कि साझा हितों और समान मूल्यों के आधार पर यह साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

यह संवाद ऐसे समय में हुआ है, जब वैश्विक स्तर पर सहयोग और बहुपक्षीय साझेदारियों की भूमिका लगातार बढ़ रही है। दोनों देशों ने भविष्य में आपसी सहयोग को ठोस परिणामों में बदलने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प दोहराया।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय