जनसंकल्प सम्मेलन में श्रमिकों को मिलेगी 62.5 करोड़ की सौगात : कंवर
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- Dec 10, 2025
मंडी, 10 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का सपना है कि गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचे। कामगार कल्याण बोर्ड श्रमिकों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान में चार हजार कामगारों के खाते में मुख्यमंत्री करीब साढ़े बासठ करोड़ से अधिक की राशि आरटीजीएस के माध्यम से डालेंगे।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस समय चार लाख 73 हजार 237 श्रमिक पंजीकृत हैं। वर्ष 2023 से लेकर 2025 तक 30 हजार 562 श्रमिक नए पंजीकृत हुए हैं। उन्होंने बताया कि श्रमिक कल्याण बोर्ड के तहत 14 स्कीमों के माध्यम से भवन एवं अन्य कामगारों के लिए योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि श्रमिक कामगार बोर्ड के कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए सेस पोर्टल बनाया जा रहा है। इसके अलावा जिला स्तर पर श्रम कार्यालयों के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया के तहत कंप्यूटर और फोटो स्टेट मशीनें स्थापित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड सभी पंजीकृत श्रमिकों का डाटा ऑन लाइन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंजीकूत श्रमिकों को अन्य लाभ देने के अलावा श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा और उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए मदद की जा रही है।
नरदेव सिंह ने बताया कि पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को 8400 रूपए सालाना, आठवीं से स्नातक तक साठ हजार रूपए और इससे आगे की पढ़ाई के लिए एक लाख रूपए सालाना मदद की जा रही है। इसके अलावा बीस हजार रूपए सालाना हॉस्टल फीस अदा की जा रही है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा पर नौ करोड़, पचीस लाख से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने बताया कि वीरवार को मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान होने वाले आत्मनिर्भर हिमाचल जनसंकल्प सम्मेलन में अकेले मंडी जिला के पंजीकृत श्रमिकों को एक करोड़ के करीब राशि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा उनके खातों में डाली जाएगी। उन्होंने दावा किया है कि श्रमिक कल्याण बोर्ड की ओर से मजदूरों को सेवानिवृति के बाद एक हजार रूपए की राशि पेंशन के रूप में दी जा रही है। इसके अलावा कामगारों की मृत्यु पर दो लाख रूपए की राशि और बीस हजार रूपए अंत्येष्टी के लिए प्रदान की जा रही है। जबकि दुर्घटना मुत्यु पर चार लाख रूपए प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा फर्जी रूप से पंजीकृत श्रमिकों की जांच के लिए वे व्यक्तिगत रूप से जिला स्तर पर जाकर जांच कर रहे हैं। जिसके चलते वे अब तक 11 जिलों के 41 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुक्खू के सपने को साकार करने की दिशा में श्रमिक कामगार कल्याण बोर्ड प्रयासरत है। इस अवसर पर एचपी रेगुलेटरी कमिश्न के सदस्य विजय पाल सिंह, एपीएमसी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, सदस्य जोगिंद्र गुलेरिया, दीपक शर्मा और दर्शन ठाकुर मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा



