रांची में सोमवार से शुरू होगा श्रीवैकुण्ठ एकादशी महोत्सव

रांची, 28 दिसंबर (हि.स.)। राजधानी रांची के रातू रोड स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में सोमवार से श्रीवैकुण्ठ एकादशी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और बैकुंठ द्वार को सजा-धजा कर तैयार कर दिया गया है।

यह महोत्सव 01 जनवरी तक चलेगा। धनुर्मास – श्रीगोदा रंगनाथ व्रत के बीच आयोजित श्रीवैकुण्ठोत्सव में सहस्त्रनाम अर्चना अनुष्ठान चार दिनों तक चार-चार पालियों में संपन्न होगा। इस अनुष्ठान में सैकड़ों की संख्या में यजमान भाग लेंगे।

अनुष्ठान को लेकर रविवार को जगदगुरु रामानुजाचार्य श्रीस्वामी अनिरुद्धाचार्यजी महाराज वेंकटेश्वर मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर में श्रीगोदांबा देवी की आराधना के बाद भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भक्तों के अभीष्ट फलदाता भगवान श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर अर्चना प्रिय हैं।

श्रीस्वामी जी ने बताया कि अष्टोत्तर पुष्प अर्चना में भगवान के 108 नाम लेकर पुष्प और तुलसीदल अर्पित किए जाते हैं, जिससे भगवान सहज ही प्रसन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि जब सहस्त्रनाम अर्चना के माध्यम से भगवान के 1008 नाम और 1008 बार पुष्प अर्पित किए जाते हैं, तो भगवान की प्रसन्नता प्राप्त होती है। उन्होंने यह भी बताया कि विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ और सहस्त्रनाम अर्चना भगवान की सर्वोत्तम पूजन विधि मानी जाती है।

श्रीस्वामी जी ने आगे कहा कि धनुर्मास के महीने में श्रीगोदांबा देवी भक्तों को यह बताती हैं कि भगवान की भक्ति किस तरह की जानी चाहिए, शरणागति का महत्व और भगवान को प्राप्त करने के लिए उत्कट इच्छा का होना आवश्यक है।------------

हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak