जेईसीसी में जयपुर ज्वैलरी शो में 14 हजार आगंतुकों ने की शिरकत
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- Dec 20, 2025

जयपुर, 20 दिसंबर (हि.स.)। देश की प्रमुख बी2बी और बी2सी ज्वैलरी एग्जीबिशन 'जयपुर ज्वैलरी शो' (जेजेएस) के दूसरे दिन शनिवार को जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में आभूषण प्रेमियों की भारी भीड़ देखने को मिली। दूसरे दिन करीब 14 हजार आगंतुकों ने शिरकत की। देश-विदेश से आए ज्वैलरी रिटेलर्स, ट्रेडर्स और खरीदारों की शो में उत्साहपूर्वक भागीदारी से आयोजन स्थल पूरे दिन रौनक से भरा रहा। एग्जीबिशन में पारंपरिक और आधुनिक डिज़ाइनों का बेहतरीन संगम देखने को मिल रहा है। इस वर्ष रंगीन जेमस्टोन्स पर केंद्रित शो में गोल्ड, डायमंड, कुंदन, पोल्की, और सिल्वर ज्वैलरी की भी विस्तृत रेंज आगंतुकों को खासा आकर्षित कर रही है। वहीं, शो में डिज़ाइनर बूथ्स भी आगंतुकों के बीच खासा चर्चा का विषय बने हुए हैं। उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस चार दिवसीय शो की थीम 'कलर्ड जेमस्टोन्स- शेपिंग ड्रीम्स इन एवरी कलर' है।
जेजेएस के मानद सचिव राजीव जैन के अनुसार आगंतुक न केवल आभूषणों की खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि स्टॉल ऑनर्स और डिज़ाइनर्स से सीधे संवाद कर ज्वैलरी ट्रेंड्स, निर्माण प्रक्रिया और बाजार की नवीनतम जानकारियां भी प्राप्त कर रहे हैं। वहीं, व्यापारिक दृष्टि से भी यह शो रिटेलर्स और ट्रेडर्स के लिए नेटवर्किंग और नए व्यापारिक अवसरों का एक कुशल मंच साबित हो रहा है।
शो के दौरान जेजेएस ऑर्गेनाइजिंग कमेटी और पहली बार आए ताइवान प्रतिनिधिमंडल के बीच एक सफल बैठक आयोजित की गई। बैठक में ताइवान प्रतिनिधिमंडल ने शो की व्यवस्थाओं और व्यापारिक अवसरों पर संतोष व्यक्त किया तथा अगले वर्ष भी जेजेएस में दोबारा भागीदारी करने की इच्छा जताई। उल्लेखनीय है कि ताइवान प्रतिनिधिमंडल के 90 प्रतिशत सदस्य पहली बार भारत में आए थे।
जेजेएस में 'अनकट' अनफिल्टर्ड डायलॉग्स सेगमेंट के तहत दो रोचक चर्चाओं का आयोजन किया गया। इसके तहत जेजेएस के मानद सचिव एवं कलर्ड जेमस्टोन्स के विशेषज्ञ, श्री राजीव जैन ने अपनी दूरदर्शी सोच और गहन उद्योग अनुभवों पर लक्ष्मी डायमंड्स के सीएमडी चेतन मेहता के साथ एक कॉफी सेशन के दौरान अहम और ज्ञानवर्धक विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि जेजेएस गुणवत्ता और सर्विस के मामले में स्वयं को अपना सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी मानता है और हर संस्करण के साथ बेंचमार्क बढ़ाने और बेहतर होने की लगातार कोशिश करता है। ज्वैलरी के स्थायी मूल्य पर जोर देते हुए श्री जैन ने कहा कि ज्वैलरी ऐसा उत्पाद है, जिसकी कीमत कभी कम नहीं होती। शो के भविष्य के रोडमैप पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि आने वाले पांच वर्षों में जेजेएस को बड़े स्तर पर विस्तार देने की योजना है, जिसके तहत एग्जीबिशन को 2,000 बूथ्स तक बढ़ाया जाएगा। अगर विस्तार होता है तो, एग्जीबिटर्स को ज्यादा जगह सरलता के साथ उपलब्ध होगी। इससे जेजेएस देश के सबसे प्रगतिशील और विकासोन्मुख ज्वैलरी प्लेटफॉर्म्स में अपनी स्थिति को और मज़बूत करेगा। सत्र के दौरान राजीव जैन ने जेजेएस की वर्ष 2003 से हुई शुरूआत से लेकर वर्तमान के दिलचस्प इतिहास और किस्सों पर भी प्रकाश डाला।
इससे पूर्व जीआईए द्वारा प्रस्तुत ‘द अल्योर ऑफ नवरत्न’ विषय पर एक विशेष नॉलेज सेशन का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य दर्शकों को नौ ग्रहों से जुड़े नौ रत्नों के महत्व से परिचित कराना और उन्हें जागरूक करना था। इस सत्र में बताया गया कि प्रत्येक रत्न के अपने विशिष्ट गुण, ऊर्जा और मूल्य होते हैं, साथ ही इन्हें धारण करते समय सही स्थान और सटीक रंग का चयन कितना महत्वपूर्ण होता है। जीआईए के पैनलिस्ट्स ने सभी नौ रत्नों पर विस्तार से जानकारी देते हुए उनके व्यक्तिगत महत्व, ग्रहों से संबंध और विशिष्ट विशेषताओं को समझाया। चर्चा के दौरान प्रत्येक रत्न की भौगोलिक उत्पत्ति पर भी प्रकाश डाला गया, जिससे श्रोताओं को उनके प्राकृतिक निर्माण और दुर्लभता को समझने में मदद मिली। सत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए संक्षिप्त जानकारीपूर्ण वीडियो भी प्रस्तुत किए गए, जिससे यह नॉलेज सेशन न केवल ज्ञानवर्धक बल्कि दृश्य रूप से भी आकर्षक रहा।
इसके अतिरिक्त, 'द जयपुर इफैक्ट - द न्यू रोमांस ऑफ ग्लोबल लग्जरी' विषय पर भी एक सेशन आयोजित हुआ। इस सत्र में जयपुर की कारीगरी, आध्यात्मिकता और भव्य सौंदर्य की आज समकालीन लग्ज़री के समय में उसकी पहचान पर चर्चा की गई। सत्र में अभिषेक हरितवाल, आयुष कसलीवाल, जान्हवी कनावत, रामांशी नारूला और सोनल सावंसुखा ने अपने विचार साझा किए। सत्र का संचालन गुंजन जैन ने किया।
जेजेएस के डॉ. नवल अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल (जेजेडीएफ) के अंतर्गत 67 बूथ्स हैं। जेजेडीएफ 2025 में देश के प्रमुख ज्वैलरी डिज़ाइन संस्थान अपने छात्रों की कलेक्शंस और कॉन्सेप्चुअल डिज़ाइन्स प्रदर्शित कर रहे हैं, साथ ही मौलिकता और तकनीकी दक्षता पर आधारित क्यूरेटेड डिज़ाइन प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है। फेस्टिवल के दौरान विशेषज्ञों द्वारा लाइव डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से ज्वैलरी निर्माण तकनीकों पर आधारित हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स चल रही हैं। इसके अतिरिक्त, बडिंग डिज़ाइनर बूथ्स में युवा डिज़ाइनर्स और स्टार्ट-अप्स को अपनी कलेक्शंस प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
देश में रत्नाभूषण क्षेत्र की प्रमुख पत्रिका 'इण्डियन ज्वैलर' द्वारा अपनी तरह के एक अभिनव जेजेएस-इंडियन ज्वैलर डिजाइन अवार्ड्स-2025 का पुरस्कार वितरण प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री डायना पेंटी द्वारा जयपुर के 'अटलांटिस बैंक्वेट्स, सीतापुरा, जयपुर में एक रंगारंगी एवं चकाचौंधी सांस्कृतिक संध्या में संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में देशभर के ज्वैलरी निर्माता, रिटेलर्स और डिज़ाइनर्स ने 135 श्रेणियों में अपनी डिज़ाइन्स प्रस्तुत कीं। समीक्षा के बाद 834 से अधिक प्रविष्टियों में से 19 श्रेष्ठ डिज़ाइनों को पुरस्कार के लिए चुना गया। इस अवसर पर ‘इंडियन ज्वैलर’ के प्रकाशक एवं संपादक आलोक काला ने कहा कि प्रकाशन के 62वें वर्ष में यह आयोजन जयपुर में होना विशेष गर्व का विषय है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश



