पंडित नेहरू अपने आप में एक संस्थान हैं : डॉ राजेश शर्मा

धर्मशाला, 29 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ राजेश शर्मा ने कहा है कि वह कांग्रेस की विचारधारा को एजुकेशन के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने ये भी दोहराया है कि पंडित जवाहर लाल नेहरू अपने आप में एक संस्थान है, बच्चों को पंडित नेहरू की फिलॉसफी बताना आज के युग में प्रासंगिक है। इसलिए ही स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर द विजनरी नाम से एक किताब निकाली है, जिसका विमोचन बाल दिवस पर किया गया है। यह बात राजेश शर्मा ने शनिवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल दौलतपुर के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।

उन्होंने दोहराया कि इस किताब के माध्यम से वह बच्चों तक नेहरू जी के विजन को पहुंचाना चाहते हैं। बोर्ड चेयरमैन डाॅ राजेश शर्मा ने कहा कि नेहरू जी जैसी शख्सियत के कारण ही आज हम आजाद देश में बोल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि आज की पीढ़ी को नेहरू की फिलॉसफी से अवगत करवाना जरूरी है। डाॅ राजेश का इससे पहले स्कूल पहुंचने पर स्टाफ ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

वहीं इससे पूर्व समारोह में मंच से एक छात्रा ने पंडित जवाहर लाल नेहरू की जीवन गाथा पढ़ना शुरू कर दी। छात्रा ने अपनी बात को इतने बेहतरीन तरीके से पेश किया कि वहां मौजूद छात्र-छात्राएं आसानी से पंडित नेहरू के जीवन को व उनकी शिक्षाओं को समझ पाए। डाॅ राजेश के लिए ये पल इसलिए भी स्वर्णिम थे, चूंकि वह स्वयं इन दिनों पंडित नेहरू पर द विजनरी नाम किताब को हर छात्र व युवा तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जैसे ही छात्रा ने पंडित नेहरू पर अपनी बात समाप्त की तो डाॅ राजेश ने उस छात्रा को द विजनरी नामक किताब भेंट की। इस दौरान स्कूली छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया