कांगड़ा कार्निवाल : सूफ़ी गायक कंवर ग्रेवाल ने बांधा समां, कुल्लू व लाहौल नाटी ने दर्शकों का जीता दिल
- Admin Admin
- Dec 26, 2025
धर्मशाला, 26 दिसंबर (हि.स.)। कांगड़ा वैली कार्निवाल 2025 के तीसरे दिन आयोजित सूफ़ी एवं ग्लैमर ईवनिंग (महिला सशक्तिकरण) कार्यक्रम ने सांस्कृतिक रंगों और सुरों की अविस्मरणीय छटा बिखेर दी। इस सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध सूफ़ी गायक कंवर ग्रेवाल की भावपूर्ण और रूह को छू लेने वाली प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रोता उनकी सूफ़ी गायकी पर आनंदित दिखे और पूरा कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम में कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवाल जैसे आयोजन प्रदेश की समृद्ध लोक-संस्कृति, परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे उत्सव न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं और महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर भी देते हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवाल कांगड़ा जिले की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कांगड़ा वैली कार्निवाल को औपचारिक रूप से उत्सव का दर्जा प्रदान किया है। उन्होंने बताया कि अब यह आयोजन प्रत्येक वर्ष 24 से 31 दिसंबर तक नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा, ताकि जिले की लोक-संस्कृति, परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को निरंतर मंच मिलता रहे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस निर्णय से कांगड़ा जिला सांस्कृतिक पर्यटन के मानचित्र पर एक सशक्त पहचान स्थापित करेगा तथा स्थानीय कलाकारों, युवाओं और महिलाओं को आगे बढ़ने के नए अवसर प्राप्त होंगे।
इस अवसर पर प्रस्तुत कुल्लू नाटी और लाहौल नाटी ने दर्शकों का विशेष रूप से मन मोह लिया। पारंपरिक परिधानों में सजे कलाकारों की सजीव प्रस्तुतियों, लोकधुनों और ऊर्जावान नृत्य शैली ने पूरे वातावरण को उत्सवमय बना दिया। दर्शकों के चेहरे खुशी से खिल उठे और उन्होंने पारंपरिक नृत्यों की खुलकर सराहना की। इसके अलावा तन्मय चतुर्वेदी के गीतों और अन्य कलाकारों के पंजाबी गिद्दा, एनजेडसीसी और हरियाणवी नृत्य को भी दर्शकों ने खूब सराहा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया



