शीतकालीन सत्र : सदन में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष और राजस्व मंत्री के बीच तीखी नोंक झोंक

धर्मशाला, 27 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के बीच एक बार फिर से नोकझोंक देखने को मिली। सदन में तीखी बहस के बाद विपक्ष ने जगत सिंह नेगी का बायकॉट करने का फैसला लिया। यानी विंटर सेशन की शेष छह बैठकों के दौरान जब भी जगत नेगी सदन में बोलने उठेंगे तो विपक्ष उन्हें नही सुनेगा। मानसून सेशन में भी विपक्ष ने राजस्व मंत्री का बायकॉट किया था।

दरअसल, राजस्व मंत्री जगत नेगी पंचायत चुनाव पर विपक्ष द्वारा मांगी गई चर्चा में भाग लेने के लिए सदन में खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने प्रदेश को कबाड़ बना दिया था। इसके बाद सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा हुआ। इसे देखते हुए सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस विषय पर चर्चा चल रही है, उस विषय पर राजस्व मंत्री बोल ही नहीं रहे। वह सराज व जयराम ठाकुर से बात शुरू करते हैं और खत्म भी जयराम ठाकुर व सराज पर करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री द्वारा गलत ढंग से बोले गए शब्द कार्यवाही से हटाने और अपनी बात रखने का मौका मांगा तो उन्हें स्पीकर ने बोलने नहीं दिया।

प्रश्नकाल को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष आमने सामने

विधानसभा के सत्र के दूसरे दिन भी सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष में नोकझोंक देखने को मिली। विपक्ष पहले प्रश्नकाल शुरू करने पर अड़ा रहा, जबकि सत्तापक्ष पंचायत चुनाव पर चर्चा की मांग करता रहा। काफी देर तक बहस के बाद पंचायत चुनाव पर चर्चा आरंभ हुई।

इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि सरकार विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन अब विपक्ष ही चर्चा से पीछे हट रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष यदि चर्चा नहीं चाहता तो स्थगन प्रस्ताव को वापस ले।

जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष चर्चा से पीछे नहीं हट रहा। उन्होंने कहा कि पहले प्रश्नकाल होना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया