होली-उतराला सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग करने का भेजा गया है प्रस्ताव : विक्रमादित्य सिंह

धर्मशाला, 27 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल विधानसभा के तपोवन में चल रहे शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन वीरवार को भाजपा विधायक विपिन परमार ने नियम-62 के तहत लाये गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में होली-उतराला सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा प्रदान किए जाने की बात रखी। इस पर जबाव देते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि होली-उतराला सड़क को लेकर कई समय से बात व योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सड़क जनजातीय जिला चंबा को कांगड़ा से जोड़ने व गद्दी जनजाती के लिए मुख्य रास्ता हो सकता है। वहां के जनजीवन, फसलों व भेड़पालकों के जीवन को सुगम करने पर काम करना होगा।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इसकी लंबाई 71 किलोमीटर है जोकि चम्बा के होली-गरोला से कांगड़ा के उतराला तक प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि इस सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। जोकि 59 किलोमीटर चंबा की तरफ़ व 21 किलोमीटर कांगड़ा के तहत बैजनाथ तक बननी है। जिसके तहत लाका माता तक 17 किलोमीटर का कार्य पूरा किया गया है। 17 से 19 किलोमीटर तक कटिंग हुई है, जबकि 22 किलोमीटर में एक स्टील का पुल भी प्रस्तावित है। छह करोड़ के कार्य ठेकेदार को आबंटित किया गया है। जबकि एक करोड़ से स्टील का पुल पूरा किया गया है। उतराला से सुराही पास तक जीरो से 13 किलोमीटर तक 14 करोड़ नाबार्ड से मिले हैं, जिसमे से आठ करोड़ खर्च किये गए हैं। 13 से 19 किलोमीटर तक पुल सहित नौ करोड़ नाबार्ड के तहत भेजा गया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 69 नेशनल हाईवे घोषित हुए जो घटकर 25 से नौ हुए, फिर सात हुए हैं। रक्षा संबधी सड़कों को पीएम गति शक्ति योजना के तहत पांच सड़कें विभिन्न जिलों के लिए भेजी गई हैं, अभी स्वीकृति नहीं मिली है। एनएच-154 खडामुख को उतराला तक जोड़ने की बात कही है, तो ऐसे में रोड़ को एमडीआर घोषित करने के लिए जोड़ने का प्रयास करेंगे। साथ ही इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चार में कांगड़ा जोन, भरमौर को अधिक सड़कें मिली हैं। 1500 किलोमीटर व 300 किलोमीटर की मिली है।

इससे पहले विपिन सिंह परमार ने कहा कि मौजूदा समय में 300 से 350 किलोमीटर की दूरी चम्बा के भरमौर पहुंचने के लिए रहती है, जोकि होली-उतराला मार्ग के राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से मात्र 73 किलोमीटर रह जाएगी। विपिन सिंह परमार ने कहा कि सड़क के बनने से राज्य में पर्यटन में अभूतपूर्व बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इससे पर्यटन के साथ-साथ कंगड़ा-चम्बा में बसे लोगों की आवाजाही आसान हो सकेगी। उत्तर भारत की सबसे प्रसिद्ध यात्रा मणिमहेश यात्रा के लिए भी लाखों लोगों के लिए उक्त सड़क मार्ग बड़ी सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी की ओर से कांगड़ा-चम्बा दोनों तरफ से सड़क मार्ग को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिसमें 13 किलोमीटर के करीब सड़क मार्ग बनाया भी गया है। ऐसे में उक्त मार्ग को पहले मेजर डिस्ट्रिक रोड़ में सम्मिलित किया जाए। इसके बाद सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग किये जाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि आगामी बजट वर्ष में होली-उतराला सड़क को शामिल करके आंकाक्षी जिला चम्बा को बड़ी मदद होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया