तमिलनाडु से आए महर्षि अगस्त्य वाहन दल के लोगों ने किए काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन

—काशी विश्वनाथ धाम में शास्त्रियों ने पुष्पवर्षा, डमरू वादन और पारंपरिक वेदघोष से किया स्वागत

वाराणसी, 11 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रहे काशी तमिल संगमम में तमिलनाडु से भाग लेने आए महर्षि अगस्त्य वाहन दल में शामिल लोगों ने गुरूवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाई। और मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन किया। समूह के धाम आगमन पर मंदिर परिसर में विशेष उत्साह का माहौल देखने को मिला। मंदिर के शास्त्रियों ने पुष्पवर्षा, डमरू वादन और पारंपरिक वेदघोष के साथ तेनकाशी से आए सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।

धाम में दर्शन के पश्चात मंदिर प्रशासन ने सभी सदस्यों को काशी विश्वनाथ धाम के भव्य कॉरिडोर का विस्तृत भ्रमण कराया। भ्रमण के दौरान दल के लोगों को धाम के प्राचीन इतिहास, इसके स्थापत्य वैभव, नवनिर्मित सुविधाओं तथा दर्शनार्थियों की निरंतर बढ़ती संख्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके बाद मंदिर न्यास से संचालित अन्नक्षेत्र में महर्षि अगस्त्य वाहन दल के लिए दोपहर के भोजन (प्रसाद) की विशेष व्यवस्था की गई। अन्नक्षेत्र में परोसा गया पारंपरिक प्रसाद सभी अतिथियों के लिए काशी की सेवा–परंपरा अतिथि-देवो-भव और यहां की आध्यात्मिक संस्कृति का गहरा अनुभव कराने वाला रहा।

उल्लेखनीय है कि महर्षि अगस्त्य वाहन की ऐतिहासिक कार रैली 2 दिसंबर को ‘दक्षिण काशी’ तिरुनेलवेली (तेनकासी) से प्रारंभ हुई थी और लगभग 2,460 किलोमीटर की दूरी तय कर तमिलनाडु से उत्तर भारत तक सांस्कृतिक, भाषायी और आध्यात्मिक एकात्म की अविच्छिन्न धारा की स्मृति को पुनर्जीवित करती आगे बढ़ी। रैली में शामिल 15–20 वाहनों और लगभग 100 प्रतिभागियों का भव्य स्वागत 10 दिसंबर को वाराणसी के मोहन सराय काशी द्वार पर किया गया। यहां भाजपा जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं एवं नागरिकों ने पुष्पवर्षा और माल्यार्पण के बीच दल की अगवानी की। इसके बाद नमो घाट पर पहुंचने पर मंडलायुक्त, वाराणसी मण्डल, एस. राजलिंगम और जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने दल का औपचारिक स्वागत किया था।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी