केरल के अलाप्पुझा में बर्ड फ्लू की पुष्टि, 20 हजार से अधिक बतखों की मौत

अलाप्पुझा, 23 दिसंबर (हि.स.)। केरल के अलाप्पुझा जिले में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लुएंजा) के कारण सात पंचायतों में 20 हजार से अधिक बतखों की मौत हो चुकी है। यह प्रकोप कुट्टनाड क्षेत्र के कई इलाकों में फैला है, जिनमें नेडुमुडी, चेरुथाना, करुवट्टा, कार्तिकप्पल्ली, अंबलाप्पुझा साउथ, पुन्नप्रा साउथ और ठाकझी शामिल हैं। इन क्षेत्रों में बतखों में एवियन इन्फ्लुएंजा से जुड़े सामान्य लक्षण दिखने के बाद उनकी मौत हुई।

केंद्रीय पशुपालन विभाग ने राज्य सरकार को बताया कि अचानक बढ़ी मौतों के बाद सबसे पहले थिरुवल्ला स्थित प्रयोगशाला में नमूनों की जांच की गई, जहां रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद नमूनों को पुष्टि के लिए भोपाल भेजा गया। भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज लैबोरेटरी में की गई जांच में भी एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई। इन निष्कर्षों के आधार पर केंद्रीय पशुपालन विभाग ने राज्य सरकार को औपचारिक रूप से प्रकोप की सूचना दी है। प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी के और फैलाव को रोकने तथा जिले में पोल्ट्री पालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा रोकथाम और नियंत्रण उपाय लागू किए जाने की संभावना है।

राज्य सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू कर दिया है। संक्रमित क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पक्षियों को मारने का आदेश दिया गया है। साथ ही साथ प्रभावित इलाकों के 10 किलोमीटर के दायरे में अंडे, मांस और पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री और परिवहन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।

बर्ड फ्लू मुख्य रूप से पक्षियों की बीमारी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से निर्देश जारी किए हैं। इंसानों में इसका संक्रमण बहुत दुर्लभ है, इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है। बीमार या मरे हुए पक्षियों को सीधे हाथ से न छुएं। यदि कहीं पक्षियों की असामान्य मौत दिखे, तो तुरंत पशुपालन विभाग को सूचित करें।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीजित

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हिन्दुस्थान समाचार / पवन कुमार