खड़गपुर महकमा अस्पताल में गर्भस्थ शिशु की मौत, अस्पताल परिसर में प्रदर्शन

खड़गपुर महकमा अस्पताल में गर्भस्थ शिशु की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन करते परिजन

खड़गपुर, 25 दिसंबर (हि. स.)। खड़गपुर महकमा अस्पताल में गर्भस्थ शिशु की मौत के बाद परिजनों में भारी आक्रोश फैल गया। परिजनों ने अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सकों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

परिजनों के अनुसार, 18 दिसंबर को चिकित्सकीय परामर्श के बाद गर्भवती महिला मामोनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन प्रसव की संभावना नहीं बताते हुए छुट्टी दे दी गई। इसके बाद 24 दिसंबर को दोबारा प्रसव पीड़ा शुरू होने पर उसे फिर से अस्पताल में भर्ती किया गया।

मृत शिशु के परिजनों का आरोप है कि गुरुवार तड़के महिला की हालत अचानक बिगड़ गई, ड्यूटी पर मौजूद नर्सों को बार-बार सूचित करने के बावजूद तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई। देर से ऑपरेशन थिएटर ले जाने के कारण गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई।

परिजनों का यह भी दावा है कि इस दौरान नर्सों ने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। घटना की खबर फैलते ही अस्पताल परिसर में परिजन और स्थानीय लोग जमा हो गए और जोरदार विरोध शुरू हो गया, कुछ समय के लिए अस्पताल का माहौल तनावपूर्ण हो गया, हालांकि बाद में स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रोगी कल्याण समिति की चेयरमैन हेमा चौबे ने इसे अत्यंत दु:खद बताया और कहा कि पूरे मामले की गहन जांच कराई जाएगी, उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि जांच में लापरवाही साबित होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जांच के आश्वासन के बावजूद परिजन निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता