
मुंबई,29 नवंबर ( हि.स.) । शनिवार को कोपरी पुलिस स्टेशन में राज्य-स्तरीय पहल “विजिट माई पुलिस स्टेशन” जोश के साथ हुई। ठाणे पुलिस कमिश्नरेट, महाराष्ट्र स्टेट लीगल सर्विसेज़ अथॉरिटी, ठाणे लीगल सर्विसेज़ अथॉरिटी और ग्लोबल केयर फ़ाउंडेशन, मुंबई ने मिलकर यह प्रोग्राम आयोजित किया था, जिसे स्टूडेंट्स और नागरिकों से ज़बरदस्त रिस्पॉन्स मिला।
ठाणे पुलिस कमिश्नर आशुतोष डुंबरे के गाइडेंस में एक खास प्रोग्राम आयोजित किया गया, जिसमें नागरिकों को पुलिस के अलग-अलग डिपार्टमेंट के काम, जांच के तरीकों और लीगल एड सर्विसेज़ के बारे में सीधे जानकारी मिली।
महाराष्ट्र स्टेट लीगल सर्विसेज़ अथॉरिटी (MSLSA), ठाणे डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज़ अथॉरिटी (DLSA) और ग्लोबल केयर फ़ाउंडेशन ने मिलकर इस पहल को लागू किया, जिसका मुख्य मकसद नागरिकों और पुलिस के बीच की दूरी को कम करना, भरोसा मज़बूत करना और काम को ट्रांसपेरेंट बनाना है।
प्रोग्राम के दौरान, नागरिकों को उनके अधिकारों, उपलब्ध लीगल एड सर्विसेज़ और पुलिस से बातचीत करते समय अपनाए जाने वाले तरीके के बारे में गाइड किया गया। नागरिकों ने भी खुलकर बातचीत की, और इलाके में सुरक्षा टिप्स और समस्याओं के बारे में बताया।
ऑर्गनाइज़र ने कहा, “पुलिस फ़ोर्स समाज की सुरक्षा का एक मज़बूत पिलर है। नागरिकों को बिना डरे पुलिस स्टेशनों के साथ कम्युनिकेशन बढ़ाना चाहिए।” नागरिकों की एक्टिव भागीदारी के कारण, यह पहल ठाणे में सफल हुई और पुलिस-नागरिक संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में एक ज़रूरी कदम बनी।
कोपरी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निशिकांत विश्वकर बतलाते हैं कि कोपरी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक निशिकांत विश्वकर बतलाते हैं कि “नागरिक और पुलिस एक-दूसरे के दुश्मन नहीं हैं; हम सब एक ही समाज में पार्टनर हैं। पुलिस स्टेशन के दरवाज़े नागरिकों के लिए हमेशा खुले हैं। हम तीन चीज़ों पर फ़ोकस करते हैं: ट्रांसपेरेंसी, कम्युनिकेशन और भरोसा,”।
कोपरी में कॉलेज विद्यार्थी साहिल यादव का कहना है कि आज हमें पुलिस का काम पहली बार देखने को मिला, जिसके बारे में हमने सिर्फ़ किताबों में पढ़ा था। हमें एहसास हुआ कि पुलिस कितने डिसिप्लिन्ड और ज़िम्मेदारी से काम करती है। यह अनुभव हमेशा हमारी यादों में रहेगा।”
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा



