चांपदानी में नहीं मिले 55 वोटर, बीएलओ ने लगाया नोटिस
- Admin Admin
- Dec 01, 2025
हुगली, 01 दिसंबर (हि. स.)। एसआईआर प्रक्रिया के दौरान कई इलाकों में मतदाता सूची को लेकर लोगों के मन में सवाल बढ़ रहे हैं। आम लोगों का प्रश्न है कि यदि किसी को घर पर नहीं पाया गया तो क्या होगा? अगर किसी का नाम सूची में नहीं है तो उसका समाधान कैसे होगा? ऐसे ही संदेहों के बीच एक मामले में बीएलओ ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर बहस और चर्चा को और हवा दे दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, चांपदानी विधानसभा क्षेत्र के 111 नंबर बूथ के 25 वोटर और 112 नंबर बूथ के 30 वोटर, कुल 55 लोगों को बार-बार प्रयास करने के बावजूद बीएलओ खोज नहीं पाए। इसके बाद बीएलओ ने नियम के अनुसार, सार्वजनिक नोटिस लगाकर यह जानकारी सभी को दे दी।
मिली जानकारी के अनुसार, वैद्यबाटी नगरपालिका के वार्ड 22 के इन दो बूथों में एनुमरेशन फॉर्म बांटने गए बीएलओ कई बार प्रयास करने के बावजूद कई वोटरों तक नहीं पहुंच सके। तीन बार क्षेत्र का दौरा करने के बाद भी मतदाताओं का कोई पता नहीं चला, जिसके बाद विभिन्न स्थानों पर नोटिस लगाकर इस स्थिति की जानकारी दी गई।
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, यदि कोई मतदाता घर पर नहीं मिलता है तो बीएलओ द्वारा संबंधित क्षेत्र में सार्वजनिक नोटिस देना अनिवार्य है। इसी नियम का पालन करते हुए बीएलओ ने कार्रवाई की। जानकारी मिली है कि बीएलओ के साथ मौजूद बीएलए भी वोटरों का पता नहीं लगा सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि वोटर वास्तविक और सही होते, तो वे क्षेत्र में रहते या कम से कम उनके परिवार का कोई सदस्य वहां उपस्थित होता। लेकिन इस मामले में संबंधित वोटरों से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं पाया गया। लोगों की मांग है कि एसआईआर प्रक्रिया में केवल वैध और वास्तविक वोटरों के नाम शामिल हों, जबकि अवैध नामों को मतदाता सूची से हटाया जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय



