मुंबई, 16 दिसंबर (हि.स.)। गिरगांवकरों की सुविधाओं में बाधा डालने वाले सैफी अस्पताल की मनमानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह चेतावनी कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने दी है। .
मंत्री लोढ़ा के अनुसार चर्नी रोड–केलेवाड़ी पुल का निर्माण पूरा हुए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने सैफी अस्पताल प्रशासन की मनमानी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वेइस पुल के लिए पिछले तीन वर्षों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने बीएमसी और पुल का विरोध करने वाले सैफी अस्पताल प्रशासन के साथ कई बैठकें की। बीएमसी प्रशासन के साथ निरंतर फॉलो-अप कर मंज़ूरी हासिल की। इसके लिए निधि की व्यवस्था भी की गई। इसके बाद भी सैफी अस्पताल ने पुल के विरोध में न्यायालय में चुनौती दी। न्यायालय ने गिरगांवकरों की समस्या को संज्ञान में लेते हुए बीएमसी को पुल निर्माण की अनुमति दी। इसके बाद पालिका ने पुल का काम शुरू किया। पुल का लगभग 60 प्रतिशत काम पूरा हो जाने के बाद भी सैफी अस्पताल प्रशासन ने एक बार फिर काम में अड़चनें पैदा की। स्थानीय नागरिकों को बिना किसी पूर्व सूचना के पुल का काम रोक दिया गया। इस संबंध में उन्होंने पालिका मुख्यालय में बैठक लेकर सहायक आयुक्त चंद्रशेखर चोरे से जवाब मांगा, लेकिन उन्हें असंतोषजनक उत्तर मिला।
मंत्री लोढ़ा ने निर्देश दिए कि पालिका किसी भी दबाव में आए बिना न्यायालय के आदेशानुसार पुल का काम पुनः शुरू करें। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं होता, तब तक वे इसके लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। गिरगांवकरों की ओर से सोमवार शाम सैफी अस्पताल के सामने किए गए आंदोलन में भी मंत्री लोढ़ा शामिल हुए थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार



