साढ़े 6 करोड़ से एनएचएआई सुधारेगा मंडी नगर की सड़कें और नालियां

मंडी, 28 नवंबर (हि.स.)। मंडी नगर निगम ने शहर की सड़कों व नालियों को सुधारने, बिजली आपूर्ति की गुणवता बढ़ाने व बरसात में सिल्ट के कारण पेयजल आपूर्ति में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए बड़ी योजनाएं शुरू करने की पहल की है। इसके लिए निगम ने मुख्य तौर पर तीन विभागों एनएचएआई, बिजली बोर्ड व जल शक्ति विभाग के जरिए टैंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए फंड भी इन्हीं विभागों के माध्यम से जुटाए जाने की योजना है। शुक्रवार को नगर निगम मंडी की साधारण बैठक महापौर वीरेन्द्र भट्ट शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, विद्युत बोर्ड एवं जलशक्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

नगर निगम आयुक्त रोहित राठौर ने फोरलेन निर्माण कार्यों से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रभावित वार्ड नम्बर 1 खलियार, छिपणू से भ्यूली तक बस शेल्टर, क्लवर्टस, आरसीसी नाली, पेवर ब्लॉक ब्रेस्ट वॉल रिटेनिंग वॉल गेबियन वॉलहेतु 6.5 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। यह कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा, जिससे आवागमन सुचारू हो सके तथा स्थानीय जनता को हो रही असुविधाओं में कमी आए। इसके निगम द्वारा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। विद्युत बोर्ड के अधिशासी अभियंता ने ‘पीएम सूर्य घर मुफत योजना’ जिसे ग्रीन एनर्जी व स्वच्छ उर्जा भी कहा जाता है, पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

बैठक में इस योजना को प्रोत्साहित करने के लिए निर्णय लिया गया कि जो नागरिक अपने घरों में सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करेंगे, उन्हें नगर निगम द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स में विशेष छूट प्रदान की जाएगी। इसके अन्तर्गत 3 के0वी तक सोलर सिस्टम लगाने के लिए 1,85,000 के लगभग खर्च है जिसमें 85000 अनुदान मिलता है। आनलाईन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। ऊर्जा आपूर्ति को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से विद्युत बोर्ड ने बताया कि 25 करोड़ रुपये की परियोजना के अंतर्गत नगर निगम क्षेत्र में लगाए गए कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों को उन्नत कर 33 केवी क्षमता में परिवर्तित किया जाएगा।

स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत लगभग 3 करोड़ की लागत से निगम जलशक्ति विभाग द्वारा इंदिरा मार्केट में गंदे पानी की निकासी की समस्या को हल करने के लिए शीघ्र ही एक नई ड्रेन का निर्माण करवाएगा।

इसके अतिरिक्त, आपदा की स्थिति में निरंतर पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु नगर निगम प्रत्येक वार्ड में ऐसे संभावित जल स्रोतों की पहचान करेगा, जिनसे आपदा के दौरान नियमित सप्लाई सुनिश्चित की जा सके। जिसके लिए लगभग 3 करोड़ रू0 की धनराशि निगम द्वारा वहन की जाएगी। आयुक्त ने अवगत करवाया कि प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन पूरा कर लिया गया है। निगम द्वारा तैयार की गई प्रारम्भिक परियोजना रिपोर्ट लगभग 36 करोड़ रुपये की है, जिसे आगे आवश्यक अनुमोदन हेतु प्रेषित किया जाएगा। फरवरी माह में शिवरात्री के दौरान विधिवत रूप से यू मॉल में प्रस्तावित लगभग 600 गाड़ियों की पार्किंग का उदद्याटन कर जनता को सर्म्पित किया जाएगा। एस0सी0डी0पी0 के तहत 55 लाख की धनराशि विकास कार्याें के लिए नियमानसुार आबंटित कि जाएगी। निगम अपनी आर्थिकी को और अधिक मजबूत करने हेतु शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित खाली स्थानों का सर्वेक्षण कराएगा। सर्वेक्षण के आधार पर उपयुक्त स्थानों को चिन्हित कर वहां पर व्यवस्थित पार्किंग स्थलों का निर्माण किया जाएगा नए पार्किंग स्थलों के निर्माण से जहां शहर में यातायात व्यवस्था सुगम होगी, वहीं निगम के राजस्व में भी वृद्धि होगी।

नगर निगम द्वारा सिद्वार्थ व रिषभ कनिष्ठ अभियंता, गोपाल, सतीश गुलेरिया, करण शर्मा, गुरदेव, नरेन्द्र, कमल राज, नीरज, जितेन्द्र पटयाल, विनय कुमार , हरीश शर्मा व वरूण भारद्वाज को उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा