पाड़ाय समाधान के शुभारंभ पर तृणमूल के भीतर सुलझा विवाद, विधायक–पार्षद ने मिलकर शुरु किया काम

हुगली, 05 दिसंबर (हि. स.)। चुचुड़ा नगरपालिकाके 8 नंबर वार्ड के बटतला इलाके में शुक्रवार को “पाड़ाय समधान” कैम्प की शुरुआत के साथ ही तृणमूल कांग्रेस के भीतर चल रहे मतभेद भी खत्म होते दिखे। कार्यक्रम की शुरुआत में वार्ड के पार्षद निर्मल चक्रवर्ती ने विधायक असित मजूमदार के पैर छूकर प्रणाम किया, वहीं विधायक ने उन्हें आशीर्वाद दिया। इसके बाद नारियल फोड़कर कैम्प का औपचारिक शुभारंभ किया गया।

शुक्रवार से शुरू हुए इस कैम्प में चुचुड़ा के विधायक असित मजूमदार, चुचुड़ा नगरपालिका के लोक कल्याण विभाग के पार्षद सौमित्र घोष और 8 नंबर वार्ड के पार्षद निर्मल चक्रवर्ती उपस्थित थे। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पाड़ाय समधान परियोजना के लिए प्रत्येक बूथ को 10 लाख रुपये जारी किए हैं। उसी रकम से सड़कों, नालियों और आंगनवाड़ी केंद्रों के कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुचुड़ा नगरपालिका के 30 वार्डों में कुल 1300 कार्य निर्धारित किए गए हैं और इन्हें अगले तीन महीनों में पूरा करना होगा।

हाल ही में एसआईआर कार्य को लेकर विधायक असित मजूमदार ने पार्षद निर्मल चक्रवर्ती को फटकार लगाई थी। नाराज़ होकर निर्मल ने पार्षद पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि बाद में उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। कुछ समय पहले चुचुड़ा के बालिका बाणीमंदिर स्कूल में मैदान और क्लासरूम निर्माण को लेकर सांसद और विधायक के बीच भी मतभेद सामने आया था। चुचुड़ा के तृणमूल संगठन में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है। इसी बीच, नगरपालिका के नए चेयरमैन ने अभी तक शपथ भी नहीं ली है।

आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र निर्मल का इस्तीफा तृणमूल के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा था। इसलिए स्थिति बिगड़ने से पहले ही पाड़ाय समधान कार्यक्रम के दौरान विधायक और पार्षद ने आपसी मतभेद दूर कर लिए।

विधायक असित मजूमदार ने कहा कि अगर काम नहीं होगा तो डांटूंगा ही। निर्मल से मेरा कोई मतभेद नहीं है। वह मेरा बहुत स्नेही है। उसे डांटने का भी अधिकार है और प्यार करने का भी। एसआईआर के काम में यहां थोड़ा पीछे थे, उसी पर मैंने कहा था—शायद उसे बुरा लगा हो।

वहीं, पार्षद निर्मल चक्रवर्ती ने भी विवाद खत्म होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मेरे और विधायक के बीच कोई समस्या नहीं है। हम साथ में बैठक कर चुके हैं। अगर काम में कोई कमी होगी तो विधायक होने के नाते वे डांट सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय