वार्षिकी 2025 : मध्य प्रदेश के शूटिंग खिलाड़ियों का रहा राष्ट्रीय मंच पर दबदबा,प्राप्त किए स्वर्ण पदक
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- Dec 25, 2025
भोपाल, 25 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खेल इतिहास में वर्ष 2025 विशेष रूप से शूटिंग खेल का एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। राष्ट्रीय स्तर की प्रमुख प्रतियोगिताओं 38वें नेशनल गेम्स और 68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में राज्य के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और विश्व रिकॉर्ड बनाकर यह सिद्ध कर दिया कि मध्य प्रदेश अब भारतीय शूटिंग का एक सशक्त केंद्र बन चुका है।
रिकार्ड के स्तर पर देखें तो वर्ष 2025 मध्य प्रदेश के खेल संदर्भ में विशेष रूप से शूटिंग खेल के लिए एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। राष्ट्रीय स्तर की प्रमुख प्रतियोगिताओं 38वें नेशनल गेम्स और 68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में राज्य के खिलाड़ियों ने पदकों की झड़ी लगा दी । आज राज्य के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और विश्व रिकॉर्ड बनाकर यह सिद्ध कर दिया कि मध्य प्रदेश अब भारतीय शूटिंग का एक सशक्त केंद्र बन चुका है।
राष्ट्रीय मंच पर शानदार मौजूदगी
वर्ष 2025 में उत्तराखंड में आयोजित 38वें नेशनल गेम्स और भोपाल में हुई 68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में मध्य प्रदेश के शूटरों की मौजूदगी बेहद प्रभावशाली रही। राज्य ने शूटिंग स्पर्धाओं में कुल तीन स्वर्ण और दो रजत पदक जीतकर टॉप-4 राज्यों में स्थान बनाया। मध्य प्रदेश के स्टार शूटर ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने दिसंबर 2025 में भोपाल स्थित मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया। पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा के फाइनल में उन्होंने 470.5 अंक हासिल कर विश्व रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। ऐश्वर्य का प्रदर्शन केवल फाइनल तक सीमित नहीं रहा। क्वालिफिकेशन राउंड में उन्होंने 597/600 का स्कोर कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया। उनका यह प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया।
आशी चौकसे : युवा जोश के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड
महिला शूटिंग में मध्य प्रदेश की उम्मीद आशी चौकसे ने फरवरी 2025 में उत्तराखंड में आयोजित 38वें नेशनल गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया। महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में उन्होंने 598/600 का स्कोर कर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता। महज 22 वर्ष की उम्र में आशी ने पूर्व राष्ट्रीय रिकॉर्ड 594 को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की। एशियन गेम्स की कांस्य पदक विजेता रह चुकी आशी का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए बड़ी संभावनाएं रखती हैं।
टीम प्रदर्शन से बढ़ी राज्य की साख
व्यक्तिगत उपलब्धियों के साथ-साथ टीम स्पर्धाओं में भी मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी। स्कीट टीम इवेंट में राज्य की टीम ने रजत पदक जीतकर यह संकेत दिया कि मध्य प्रदेश केवल राइफल शूटिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि शॉटगन और स्कीट जैसी तकनीकी स्पर्धाओं में भी लगातार मजबूती हासिल कर रहा है।
68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में डेफ कैटेगरी में कुशाग्र सिंह राजावत ने स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान खींचा। उनकी यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि शारीरिक चुनौतियां प्रतिभा और मेहनत के आगे बाधा नहीं बन सकतीं। यह जीत समावेशी खेल संस्कृति की दिशा में मध्य प्रदेश के प्रयासों को भी दर्शाती है।
इन सभी सफलताओं के पीछे मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की अहम भूमिका रही। आधुनिक शूटिंग रेंज, अनुभवी कोच, वैज्ञानिक प्रशिक्षण पद्धतियां और मानसिक व शारीरिक फिटनेस पर विशेष ध्यान ने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार किया। अकादमी ने युवा प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें निरंतर मार्गदर्शन प्रदान किया।
उभरती प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा
2025 में मिली सफलताओं ने राज्य के उभरते खिलाड़ियों के लिए नई राह खोली है। ऐश्वर्य और आशी जैसे खिलाड़ियों की उपलब्धियां यह संदेश देती हैं कि यदि सही प्रशिक्षण और संसाधन मिलें, तो मध्य प्रदेश से भी विश्वस्तरीय शूटर निकल सकते हैं।
इन प्रमुख नामों के अलावा वर्ष 2025 में कई अन्य मध्य प्रदेश के शूटिंग खिलाड़ियों ने भी राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। राज्य शूटिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा राइफल और पिस्टल शूटरों ने क्वालिफिकेशन और फाइनल राउंड तक पहुँच बनाकर राज्य के पदक खाते को मजबूत किया। विशेष रूप से 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धाओं में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने लगातार शीर्ष-आठ में स्थान बनाकर अपनी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता दिखाई।
जूनियर और यूथ वर्ग में उभरती प्रतिभाएँ
2025 की प्रतियोगिताओं में मध्य प्रदेश के जूनियर और यूथ वर्ग के खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी उत्साहजनक रहा। कई युवा शूटरों ने सीनियर खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मुकाबला किया और यह संकेत दिया कि आने वाले वर्षों में राज्य के पास प्रतिभाओं की कमी नहीं होगी। कोचों और विशेषज्ञों के अनुसार, इन खिलाड़ियों का तकनीकी आधार मजबूत है और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने की पूरी संभावना है।
समावेशी खेल संस्कृति का विस्तार
डेफ कैटेगरी में कुशाग्र सिंह राजावत की स्वर्णिम सफलता के साथ-साथ अन्य विशेष वर्गों में भी मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने भागीदारी बढ़ाई। यह राज्य की खेल नीति में समावेशिता और समान अवसरों की सोच को प्रतिबिंबित करता है, जहाँ हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने का मंच दिया जा रहा है।
मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025 में खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन पर खुलकर उत्साह व्यक्त किया। मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश ने शूटिंग खिलाड़ियों की उपलब्धियों को राज्य की खेल नीति और निवेश का प्रतिफल बताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश अब केवल सहभागिता तक सीमित नहीं रहा है, अब वह उत्कृष्टता के लिए जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ, आधुनिक अकादमियाँ और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का एक्सपोजर देने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और आशी चौकसे के रिकॉर्ड प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे खिलाड़ी प्रदेश के युवाओं के लिए आदर्श हैं और उनकी सफलता से खेलों के प्रति नई पीढ़ी का रुझान बढ़ेगा।
प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भी शूटिंग खिलाड़ियों की उपलब्धियों को ऐतिहासिक बताया। वे कहते हैं, “मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में किए गए सतत निवेश, कोचिंग व्यवस्था और वैज्ञानिक प्रशिक्षण का परिणाम अब राष्ट्रीय मंच पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। सरकार की प्राथमिकता है कि हर प्रतिभाशाली खिलाड़ी को आर्थिक, तकनीकी और मानसिक सहयोग मिले, ताकि वह बिना किसी बाधा के देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सके।”
इन सभी उपलब्धियों के मूल में मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की भूमिका निर्णायक रही। आधुनिक बुनियादी ढाँचा, अनुभवी कोचिंग स्टाफ, मानसिक प्रशिक्षण और नियमित राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर ने खिलाड़ियों को बड़े मुकाबलों के लिए तैयार किया। अकादमी की यह प्रणाली 2025 में पूरी तरह सफल होती दिखाई दी।
कुल मिलाकर वर्ष 2025 मध्य प्रदेश शूटिंग के लिए उपलब्धियों से भरा रहा। ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर का विश्व रिकॉर्ड, आशी चौकसे का राष्ट्रीय रिकॉर्ड, कुशाग्र सिंह राजावत की प्रेरक सफलता और अन्य खिलाड़ियों का सामूहिक योगदान इन सबने मिलकर राज्य को भारतीय शूटिंग के अग्रणी केंद्रों में स्थापित किया है। यह वर्ष उपलब्धियों का प्रतीक रहने के साथ ही आने वाले वर्षों के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार कर गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. मयंक चतुर्वेदी



