पौष कृष्ण अष्टमी पर मनाया गया पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्मदिन

वाराणसी, 12 दिसम्बर (हि. स.)। मालवीय मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केन्द्रीय विश्वविद्यालय गुजरात के पूर्व कुलपति प्रो. रमाशंकर दूबे ने कहा कि हिंदी तिथि पौष कृष्ण अष्टमी के अनुसार भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्मोत्सव आज ही है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विश्वनाथ मंदिर के समक्ष एकत्रित होकर महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हमने तिथि के अनुसार महामना का जन्मदिन मनाया है।

मालवीय मिशन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महामना परिवार एवं का. हि .वि .वि .घुमक्कड़ संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तिथि के अनुसार महामना के जन्मदिन कार्यक्रम की शुरुआत मदन मोहन मालवीय के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन कर हुआ।

इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो रमाशंकर दूबे ने कहा कि आज ही के दिन 1861 को प्रयागराज में महामना मदन मोहन मालवीय का जन्म हुआ था। उन्होंने भगवान शंकर के त्रिशूल एवं मां गंगा के तट पर बसी ज्ञान और अध्यात्म की नगरी सनातन संस्कृति की राजधानी बुद्ध, कबीर, रैदास, तुलसी, के तप से तापित काशी को अपना कर्म भूमि चुना और यहां काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना किया।

उन्होंने बताया कि अंग्रेजों द्वारा 1857 में तीन विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई, जिनमें मद्रास, मुम्बई और कोलकाता विश्वविद्यालय रहे। 1882 में पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर की स्थापना की गई। 1885 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। यहां साइंस टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कम पढ़ाया जाता था, अंग्रेजी के साथ-साथ अंग्रेजीयत इतना हावी होने लगा हम अपनी संस्कृति और भाषा को भूलने लगे। ऐसी विषम परिस्थिति में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने निर्णय लिया कि भारत के अंदर युवा लोगों को पढ़ने के लिए हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना भारत की सांस्कृतिक राजधानी काशी में होनी चाहिए। जहां पढ़ाई के साथ-साथ टेक्नोलॉजी भी हो धर्म भी हो संस्कृति भी हो।

विशिष्ट अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र द्वारा प्रो हीरालाल पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम का संचालन विजय नाथ पाण्डेय एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो प्रभाकर उपाध्याय ने किया। प्रमुख उपस्थित लोगों में प्रमील पाण्डेय जिला उपाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ, प्रो शैलेन्द्र गुप्ता उपाध्यक्ष मालवीय मिशन, प्रो राज कुमार मिश्र, प्रो रामानंद राय, प्रो बीरेंद्र सिंह, प्रो अनिल त्रिपाठी, डा दीनानाथ सिंह, ई दीनानाथ सिंह, डा संजय पाण्डेय, प्रो के एन त्रिपाठी, डा ओ पी तिवारी, सूरज प्रजापति, आर पी सिंह, आर पी राय, विद्यासागर सिंह, जगदीश शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र