हंसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों की सजा के बाद मुख्यमंत्री ममता पर हमलावर अमित मालवीय

कोलकाता, 23 दिसंबर (हि. स.)। हंसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित मालवीय ने सोमवार देर रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक तीखा बयान साझा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला पश्चिम बंगाल में बलात्कार और हत्या की पीड़िताओं के प्रति मुख्यमंत्री की असंवेदनशीलता के सबसे खराब उदाहरणों में से एक के रूप में दर्ज किया जाना चाहिए।

अमित मालवीय ने 2022 के हंसखाली नाबालिग सामूहिक दुष्कर्म मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस जघन्य अपराध को “प्रेम प्रसंग” करार दिया था और यहां तक कि यह सवाल भी उठाया था कि पीड़िता पहले से गर्भवती थी या नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इन बयानों ने पीड़िता को ही कटघरे में खड़ा कर दिया था।

भाजपा नेता ने कहा कि अब अदालत ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के बेटे सहित नौ आरोपितों को दोषी ठहराया है, जिससे उस सच्चाई का खुलासा हुआ है जिसे शुरुआत में नकारा गया था। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री द्वारा नाबालिग पीड़िता की चरित्र-हनन किए जाने के बाद ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले को राज्य पुलिस से हटाकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का फैसला लिया था।

अमित मालवीय ने यह भी कहा कि यह कोई एकल घटना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्क स्ट्रीट रेप कांड की पीड़िता के चरित्र पर सवाल उठाने वाली टिप्पणियां की थीं।

अपने पोस्ट में मालवीय ने कहा कि इस तरह के बयान पीड़ितों के साथ खड़े होने के बजाय उन्हें कमजोर करने और संदेह के घेरे में डालने की एक चिंताजनक प्रवृत्ति को दर्शाते हैं। उन्होंने दावा किया कि इस मामले में न्याय जरूर मिला, लेकिन वह केवल संस्थागत हस्तक्षेप और न्यायिक कार्रवाई के बाद ही संभव हो पाया।

अमित मालवीय के इस बयान के बाद एक बार फिर राज्य की राजनीति में तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप तेज होने की संभावना जताई जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय