ओडिशा में प्रवासी बंगाली मजदूर की हत्या पर बोलीं ममता - बंगाल में जीरो एफआईआर दर्ज कर हो रही जांच

कोलकाता, 27 दिसंबर (हि.स.)। ओडिशा में एक प्रवासी बंगाली मजदूर की हत्या के मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में जीरो प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम ओडिशा भेजी गई है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय ज्वेल राना के रूप में हुई है, जो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर इलाके का रहने वाला था। बुधवार को संबलपुर जिले में बीड़ी को लेकर हुए विवाद के बाद उसकी कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।

ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले में सूती थाना में जीरो प्राथमिकी दर्ज की गई है और अब तक छह आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जीरो प्राथमिकी वह प्रक्रिया होती है, जिसमें अपराध की जगह किसी भी थाना में मामला दर्ज कर तुरंत जांच शुरू की जा सकती है। बाद में केस संबंधित क्षेत्र के थाना को भेज दिया जाता है।

मुख्यमंत्री ने ओडिशा सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों के साथ हो रहे अत्याचारों का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि बंगाली भाषा बोलना कभी अपराध नहीं हो सकता।

ममता बनर्जी ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों से ओडिशा में काम करने गए प्रवासी मजदूर अब भय के माहौल में घर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबलपुर की घटना के बाद इलाके में डर का माहौल बन गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस दुखद घटना से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने दोहराया कि पश्चिम बंगाल सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। -------------------

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर