12 से 14 दिसंबर तक राणी सती दादी का मंगल महोत्सव, सिंदूर महोत्सव रहेगा मुख्य आकर्षण : अखिल खेतान
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- Dec 11, 2025
कानपुर, 11 दिसंबर (हि.स.)। श्री राणी सती दादी परिवार मंगल समिति का 26वां तीन दिवसीय मंगल महोत्सव 12 से 14 दिसंबर आयोजित होने जा रहा है। हर्ष वर्ष की अपेक्षा इस बार सिंदूर महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। जिसके अंतर्गत 400 महिलाएं राणी सती को सिंदूर अर्पित करेंगी। यह जानकारी गुरुवार को समिति के अध्यक्ष अखिल खेतान ने प्रेस वार्ता के दौरान दी।
समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार को शुरू होकर रविवार को समाप्त होगा। तीनों दिन अलग-अलग कार्यक्रम फीलखाना स्थित राणी सती मंदिर और माल रोड स्थित वृन्दावन लॉन में आयोजित किये जायेंगे। समिति के महामंत्री श्रीनाथ जालान ने बताया कि अबकी बार दादी जी का श्रृंगार एवं पांडाल की साज सज्जा शहर के सुप्रसिद्ध एवं अनुभवी 25 कारीगरों द्वारा लगभग 20 दिनों में तैयार किया जा रहा है। श्रृंगार के दौरान महिलाओं द्वारा राजस्थानी आकर्षण परिधान आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसके अलावा पंडाल की राजधानी नाल नारियल की डोरी एवं चुनरी के द्वारा की जाएगी।
समिति के कोषाध्यक्ष रामऔतार ने बताया कि उत्सव के पहले दिन शुक्रवार को सिरकी मोहाल स्थित दादी जी के मंदिर में महा अभिषेक होगा। उसके बाद 321 महिलाओं द्वारा मंगल कलश शोभा यात्रा मंदिर से उठकर काहूकोठी, बिरहाना रोड होते हुए माल रोड स्थित वृंदावन लॉन पर आकर समाप्त होगी। कलश यात्रा का विशेष आकर्षण कोलकाता के कलाकारों द्वारा राधा कृष्ण की रासलीला का मंचन भी किया जाएगा।
समिति के मंत्री पदम जालान ने बताया कि अगले दिन यानी शनिवार शाम दादी जी की भव्य अलौकिक झांकी, छप्पन भोग अखंड ज्योति के प्रज्वलन के साथ भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा रात्रि में 13 विशेष चुनरी दादी जी को समर्पित की जाएगी।
इसके अलावा रविवार को सूरत से आने वाली सुरभि बुजुर्ग का द्वारा दादी जी का मंगल पाठ किया जाएगा जिसका बच्चों द्वारा सजीव चित्रण किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप



