ठाकुरबाड़ी मारपीट मामले में एक गिरफ्तार, ममाताबाला बोलीं सभी आरोपितों की हो गिरफ्तारी
- Admin Admin
- Dec 25, 2025
कोलकाता, 25 दिसंबर (हि. स.)। ठाकुरनगर स्थित ठाकुरबाड़ी में हुई मारपीट की घटना को लेकर राजनीतिक तनाव और गहरा गया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है, जबकि तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद और ठाकुरबाड़ी की प्रमुख सदस्य ममाताबाला ठाकुर ने बाकी आरोपितों की भी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा है कि सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाना चाहिए।
ममाताबाला ठाकुर की ओर से इस घटना में कुल 13 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। उनका आरोप है कि ये सभी लोग भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के समर्थक हैं। पुलिस ने जिन आरोपितों में से एक को गिरफ्तार किया है, उसका नाम वरुण विश्वास बताया गया है। वह बागदा थाना क्षेत्र का निवासी है। उसे गुरुवार को गायघाटा थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए ममाताबाला ठाकुर ने कहा कि प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि जो घटना हुई है, वह बेहद निंदनीय है और जिन 13 लोगों के नाम शिकायत में दर्ज हैं, उन सभी की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
ममाताबाला ने आरोप लगाया कि शांतनु ठाकुर के नेतृत्व में ही यह पूरा मामला हुआ है। उनका कहना है कि जब घटना शांतनु ठाकुर के घर के पास हुई, तो बिना बुलाए उनके समर्थक वहां क्यों आते।
तृणमूल सांसद ने यह भी कहा कि ठाकुरबाड़ी में पहले भी विवाद हुए हैं, लेकिन इस तरह की हिंसक घटना पहले कभी नहीं हुई। उन्होंने साफ किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए और कानून अपना काम करेगा।
ममाताबाला ठाकुर ने बताया कि वे और उनके सहयोगी घटना से जुड़े वीडियो फुटेज की जांच कर रहे हैं। फुटेज के आधार पर यह पता लगाया जा रहा है कि मारपीट में कौन-कौन शामिल था। उन्होंने संकेत दिए कि आगे चलकर और लोगों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
इस पूरे विवाद की शुरुआत शांतनु ठाकुर के एक बयान से हुई। बागदा में एक सभा के दौरान उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर टिप्पणी की थी। अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि विशेष गहन पुनरीक्षण से उन्हें कोई समस्या नहीं है और केंद्र सरकार का सहयोग करने के लिए यदि कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़े तो वे इसके लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि यदि कथित अवैध रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी मुसलमानों को सूची से हटाने के लिए उनके समुदाय के एक लाख लोगों को मतदान से वंचित रहना पड़े, तो भी उन्हें यह स्वीकार्य है।
शांतनु ठाकुर के इस बयान के बाद मतुआ समुदाय के भीतर असमंजस और नाराजगी देखी गई। बयान को लेकर विवाद बढ़ा और तृणमूल कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए विरोध तेज कर दिया। इसी के तहत ममाताबाला ठाकुर ने शांतनु ठाकुर के घर के घेराव का आह्वान किया।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को ममाताबाला के समर्थकों ने ठाकुरनगर में रैली निकाली और शांतनु ठाकुर के घर की ओर बढ़े। जैसे ही रैली वहां पहुंची, माहौल तनावपूर्ण हो गया। आरोप है कि शांतनु ठाकुर के समर्थकों ने रैली पर हमला किया, बैनर छीन लिए और मारपीट की। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री के समर्थकों का दावा है कि कुछ लोग जानबूझकर उनके घर के पास आकर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे थे।
शांतनु ठाकुर ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि उनके बयान की गलत व्याख्या की जा रही है और पूरे मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर



