शिमला: आठ दिन बाद भी नवजात के शव की पहचान नहीं, पुलिस ने जनता से मांगी मदद, आवारा कुत्ते ने नोचा था शव

शिमला, 31 दिसंबर (हि.स.)। राजधानी शिमला के ढली थाना क्षेत्र में आठ दिन पहले मिले एक नवजात शिशु के शव की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि तमाम कोशिशों के बावजूद न तो बच्चे के परिजनों का पता चल सका है और न ही कोई व्यक्ति अब तक शव पर अपना दावा करने सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एक बार फिर आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को भी इस नवजात के बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

यह मामला बीते 23 दिसंबर का है, जब पुलिस थाना ढली के क्षेत्राधिकार में देवली कॉलोनी स्थित रिहायशी इलाके नंद कॉटेज के पास एक आवारा कुत्ते द्वारा अपने मुंह में नवजात शिशु को लाए जाने की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और क्षेत्र का निरीक्षण किया। मौके से एक मृत नवजात शिशु (लड़का) बरामद किया गया।

पुलिस के अनुसार नवजात के सिर, चेहरे और पीठ के हिस्से पर गंभीर चोटों के निशान थे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि किसी आवारा कुत्ते या जंगली जानवर द्वारा शव को काटा या नोचा गया है। उसी दिन शव को पोस्टमार्टम के लिए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी), शिमला के फॉरेंसिक विभाग भेजा गया। पोस्टमार्टम के दौरान बिसरा सुरक्षित किया गया और डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए अन्य जरूरी नमूने भी संरक्षित किए गए हैं।

मामले की जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की। इसके साथ ही इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई, जिससे यह पता लगाया जा सके कि नवजात को वहां किसने और किन परिस्थितियों में छोड़ा। हालांकि अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।

शव की पहचान न हो पाने के कारण नवजात के शव को 23 दिसंबर से आईजीएमसी शिमला के शवगृह में रखा गया है। पुलिस का कहना है कि अब तक किसी भी व्यक्ति या परिवार ने बच्चे के शव पर अपना अधिकार नहीं जताया है।

पुलिस इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से देख रही है। यह जांच की जा रही है कि नवजात को जन्म के बाद किस हालात में खुले में छोड़ा गया और इसमें किसकी भूमिका हो सकती है। साथ ही यह भी स्पष्ट करने की कोशिश की जा रही है कि मामला लापरवाही का है या किसी आपराधिक कृत्य से जुड़ा हुआ है।

शिमला पुलिस ने स्थानीय लोगों और आम जनता से अपील की है कि यदि किसी महिला, परिवार या स्थान के बारे में कोई जानकारी हो, जहां हाल ही में नवजात के जन्म से जुड़ी संदिग्ध परिस्थितियां देखी गई हों, तो वे बिना झिझक पुलिस से संपर्क करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा