नारनौलः केंद्रीय विश्वविद्यालय में शहरी विकास एवं वंचित वर्गों के आवास अधिकारों पर हुई चर्चा

नारनाैल, 23 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ के विधि विभाग द्वारा मंगलवार आयोजित ‘विमर्श’ व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। आयोजन में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के डॉ प्रेम चंद विशेषज्ञ वक्ता के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने भारत में शहरी विकास और वंचित वर्गों के आवास अधिकार विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया।

डा प्रेम चंद ने शहरी विकास नीतियों के कानूनी और सामाजिक आयामों पर प्रकाश डालते हुए विकास की योजनाओं और कमजोर वर्गों के अधिकारों के बीच मौजूद अंतर को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि शहरीकरण की प्रक्रिया में वंचित वर्गों के आवास अधिकारों की अनदेखी एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिस पर विधिक दृष्टिकोण से गंभीर विमर्श की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने युवा विधि विद्यार्थियों को पारंपरिक मुकदमेबाजी से इतर कानून के नए और उभरते क्षेत्रों में उपलब्ध अवसरों के बारे में जानकारी दी तथा नवाचारी करियर विकल्पों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि शहरी समानता जैसे विषय पर यह व्याख्यान वास्तविक जीवन की चुनौतियों को अकादमिक संवाद के माध्यम से समझने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विधि विभाग सामाजिक रूप से संवेदनशील विधि पेशेवरों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस व्याख्यान में बड़ी संख्या में विद्यार्थियो, शोधार्थियों एवं संकाय सदस्यों ने सहभागिता की।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला