नटरंग ने 2025 में रचा इतिहास, एक वर्ष में 152 रंगमंचीय प्रस्तुतियां

नटरंग ने 2025 में रचा इतिहास, एक वर्ष में 152 रंगमंचीय प्रस्तुतियां


जम्मू, 30 दिसंबर । उत्तर भारत की अग्रणी रंगमंच संस्था नटरंग ने वर्ष 2025 में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करते हुए एक ही वर्ष में 152 सफल थिएटर शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर पिछले 15 वर्षों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह उपलब्धि भारतीय रंगमंच के इतिहास में एक नया मानक स्थापित करती है और कला, संस्कृति व सामाजिक सरोकारों के प्रति नटरंग की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नटरंग की प्रतिष्ठित संडे थिएटर श्रृंखला ने अपने 21 वर्ष पूरे किए और क्षेत्र में बार-बार उत्पन्न परिस्थितियों के बावजूद वर्ष भर में 52 साप्ताहिक प्रस्तुतियां सफलतापूर्वक मंचित कीं। इस दौरान नीरज कांत ने निर्देशक के रूप में देश में सर्वाधिक निर्देशनों का कीर्तिमान भी अपने नाम किया।

नटरंग के संस्थापक एवं निर्देशक पद्मश्री बलवंत ठाकुर ने इंग्लैंड में रॉयल शेक्सपीयर थिएटर, ग्लोब थिएटर लंदन, शेक्सपीयर बर्थप्लेस ट्रस्ट सहित कई प्रतिष्ठित संस्थानों में आठ प्रस्तुतियों और संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय रंगमंच का प्रतिनिधित्व किया। नटरंग के कलाकार सुप्रिया गोरखा, आद्विक शर्मा और विहान शर्मा ने वर्ल्ड फोरम फॉर आर्ट एंड कल्चर द्वारा दिए गए छह में से तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। वहीं, कननप्रीत कौर, आदेश धर और सुप्रिया गोरखा को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की राष्ट्रीय छात्रवृत्ति प्राप्त हुई।

नटरंग द्वारा संस्कृति विभाग के लिए तैयार की गई पहली झांकी “जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विविधता” ने गणतंत्र दिवस परेड 2025 में प्रथम पुरस्कार जीतकर संस्था की रचनात्मक क्षमता को नई पहचान दी। ‘हम हैं प्रतिभावान’ और ‘सैंयां भए कोतवाल’ जैसी प्रस्तुतियों को जबरदस्त सराहना मिली, जबकि ‘बावा जित्तो’ नाटक ने झिरी मेले में करीब 50 हजार दर्शकों को आकर्षित किया। इसके अलावा आईआईएम जम्मू के सहयोग से आयोजित ‘रंग तरंग’ युवा थिएटर एवं नृत्य महोत्सव में 20 लघु नाटक और पांच नृत्य प्रस्तुतियां मंचित की गईं। अपनी उपलब्धियों पर प्रतिक्रिया देते हुए पद्मश्री बलवंत ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2025 नटरंग के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है और संस्था आने वाले वर्षों में और भी बड़े सांस्कृतिक कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।