कोलकाता में कांग्रेस की सद्भावना रैली, धार्मिक ध्रुवीकरण के प्रयास का विरोध

कोलकाता, 06 दिसम्बर (हि.स.)। धार्मिक पहचान के आधार पर लोगों को बांटने के कथित प्रयासों के विरोध में प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को कोलकाता में सद्भावना रैली निकाली। सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक एक मस्जिद से मंदिर तक लगभग एक किलोमीटर पैदल चले और साम्प्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।

रैली का आरम्भ एस्प्लेनेड स्थित टीपू सुलतान मस्जिद से हुआ और इसका समापन जोड़ाबागान क्षेत्र में राम मंदिर के निकट केंद्रीय एवेन्यू पर हुआ। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के विरुद्ध नारे लगाए और पार्टी तथा राष्ट्रीय ध्वज के साथ सौहार्द से जुडे संदेश लिखे तख्तियां भी थामीं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने कहा कि मंदिर और मस्जिद बनाने से भूख दूर नहीं होगी और लाखों लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा। हमारा संदेश है कि हम हर धर्म का सम्मान करते हैं। हम धार्मिक भावना भड़काकर लोगों को बांटने की राजनीति के विरोध में हैं। हमारी रैली का मार्ग विभिन्न समुदायों और आस्थाओं के बीच एकता और विविधता में एकता का प्रतीक है।

उन्होंने बाबरी मस्जिद विध्वंस (छः दिसम्बर 1992) की घटनाओं को दोबारा न आने देने की अपील भी की।

शुभंकर सरकार ने तृणमूल कांग्रेस शासनकाल में बंगाल में फैले कथित भ्रष्टाचार, युवा वर्ग के लिए घटते रोजगार अवसर और लोगों के बीच धर्म के नाम पर दरार पैदा करने की कोशिशों की भी निन्दा की।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सद्भावना, एकजुटता और सामाजिक समरसता ही लोकतंत्र की असली शक्ति है और रैली का उद्देश्य उसी भावना को मजबूत करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता